हैदराबाद: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व पर चिंता व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें आरक्षण देने के मुद्दे पर सभी राजनैतिक दलों को सहमति बनानी चाहिए।
श्री नायडू ने कहा कि 28वीं लोकसभा में सर्वाधिक 78 महिला सांसद हैं जो कि कुल संख्या का मात्र 14 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों में महिलाओं के आरक्षण ने लाखों महिलाओं का सशक्तिकरण किया है जिसे शीघ्र ही संसद और विधान सभाओं तक बढ़ाना जरूरी है तथा इसके लिए राजनैतिक दलों में सहमति आवश्यक है।
संसद और विधान सभाओं में सार्थक विमर्श और बहस की जगह बढ़ते व्यवधानों पर चिंता जताते हुए उपराष्ट्रपति ने सभी सांसदों और जन प्रतिनिधियों से हर फोरम पर बहस के स्तर को सुधारने का आह्वान किया।
श्री नायडू ने पूर्व विधायक, शिक्षाविद् और समाज सुधारक स्वर्गीय श्रीमती ईश्वरी बाई की स्मृति में डाक टिकट जारी करते हुए कहा कि राजनीैतिक और सामाजिक क्षेत्र में श्रीमती ईश्वरी बाई का योगदान अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की नेता के रूप में श्रीमती ईश्वरी बाई ने जन अपेक्षाओं को स्वर दिया। वे सदैव बच्चों, शिक्षकों, कृषि मजदूरों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के हित में आवाज़ उठाती रहीं।