G7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को चुनौतियों से निपटने के लिए 10 सूत्रीय सुपर प्लान दिया है। पीएम मोदी के इस सुपर प्लान में खाद्यान्न, उर्वरक और स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने की योजनाएं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे कमजोर लोगों पर ये ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के सत्र में पीएम मोदी ने उर्वरक संसाधनों पर कब्जा करने वाली विस्तारवादी मानसिकता पर रोक लगाने की हिमायत की। उन्होंने इसके बाद प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण की पैरोकारी की।
भोजन की बर्बादी रोकने और मोटे अनाज को बढ़ावा
पीएम मोदी की 10 सूत्री योजना में भोजन की बर्बादी रोकने, वैश्विक उर्वरक आपूर्ति का गैर-राजनीतिकरण, मोटे अनाज को बढ़ावा देना, सभी को स्वास्थ्य सुविधा देना, डिजिटल स्वास्थ्य को मजूबत करना और विकासशील देशों के जरूरी संसाधनों को ध्यान में रखते हुए बेहतर विकास मॉडल की तैयारी शामिल है।
राजनीतिक बाधाओं को दूर करने पर जोर
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘वैश्विक उर्वरक आपूर्ति को मजबूत करना होगा। इसमें आ रही राजनीतिक बाधाओं को दूर करने के प्रयास सभी को करने होगे। उर्वरक संसाधनों पर कब्जे की कोशिश करने वाली विस्तारवादी मानसिकता को हर हाल में रोकना होगा। यही हम सबके सहयोग का उद्देश्य होना चाहिए।’’ इस दौरान प्रधानमंत्री किसी देश का नाम नहीं लिया।
ये देश हैं जी—7 में शामिल
जी-7 में फ्रांस, अमेरिका, इटली, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी और जापान के साथ यूरोपीय संघ शामिल हैं। जी-7 अध्यक्षता के तहत, भारत और सात अन्य देशों को शिखर सम्मेलन में जापान ने आमंत्रित किया है। जी—7 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास, प्रौद्योगिकी के अलावा लोकतंत्र पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण करना जरूरी है।