दुनियाभर के मुसलमानों का इसी बिल्डिंग से करता था ब्रेनवॉश
नई दिल्ली | निजामुद्दीन मरकज के मौलाना साद दिल्ली की 6 मंजिला बिल्डिंग से मुसलमानों का ब्रेनवॉश कर उनके मन में जहर घोलने में जुटा था. बताया जा रहा है कि निजामुद्दीन का मरकज की 6 मंजिला इमारत से ही वो अपना यूट्यूब चैनल भी चलाता है.उसके यूट्यूब को साद के चार करीबी लोग संभालते हैं.एक आवाज रिकॉर्ड करता और दूसरा दूसरे के पास उसे एडिट करने की जिम्मेदारी है. तीसरे का काम यूट्यूब पर इसे अपलोड करना होता है और चौथा शख्स वीडियो के बारे में सबको जानकारी देता है.अभी हाल ही में मौलाना साद के पास 6000 करोड़ की काली कमाई का खुलासा हुआ था. अब साद को लेकर खबर आ रही है कि उसकी कोरोना वायरस जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को जांच कराने का नोटिस दिया था.मामले में क्राइम ब्रांच का कहना है कि इस बारे साद ने उनसे संपर्क नहीं किया है.क्राइम ब्रांच ने एम्स में जांच कराकर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे.नोटिस में कहा गया था कि किसी भी प्राइवेट लैब की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं किया जाएगा.
क्राइम ब्रांच मरकज से जुड़े 200 से भी अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है. क्राइम ब्रांच के मुताबिक, मौलाना ने पहले अपने आप कहा था कि वह क्वारंटीन हैं. अब उनका क्वारंटीन का पीरियड खत्म हो गया है. इसलिए उनके क्राइम ब्रांच से दूर होने का यह बहाना भी खत्म हो गया. क्राइम ब्रांच को शक है कि उन्होंने किसी प्राइवेट लैब से कोरोना जांच कराकर रिपोर्ट नेगेटिव आने की बात वायरल कराई. लेकिन इस बारे में मौलाना की ओर से क्राइम ब्रांच को आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई.उधर, क्राइम ब्रांच के सूत्रों का यह भी कहना है कि इस मामले में मौलाना समेत मरकज मैनजमेंट के 7 लोगों की पहले से ही एलओसी ओपन है. ऐसे में यह लोग देश छोड़कर तो बाहर भाग नहीं सकते. अगर मौलाना देश छोड़कर बाहर भाग भी गए तो यह उनके ही खिलाफ जाएगा.