President Draupadi Murmu: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गांव में यातायात बंदोबस्त में जुटा पुलिस और स्थानीय प्रशासन

मयूरभंज। मयूरभंज के रायरंगपुर कस्बे के राजस्व अधिकारी समीर दास के मुताबिक बीते कुछ दिनों से वहां पर लोगों का आना-जाना बढ़ गया है। उनका कहना है कि रायरंगपुर ही नहीं बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गांव उपरबेड़ा में बाहर से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जब संसद भवन सेंट्रल हाल में शपथ ले रही थीं। उस दौरान ओडिशा के जनजातीय इलाके वाले जिले मयूरभंज में जैसे मेला लगा था। जिले के उपरबेडा और रायरंगपुर कस्बे में हुजूम लगा था। यह हुजूम जिले के लोगों का नहीं बल्कि उड़ीसा के अन्य जिलों से पहुंच लोगों का था। ये सभी लोग देश की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का घर देखना चाहते थे। लोगों में राष्ट्रपति के पड़ोसियों से मिलने की उत्सुकता दिखाई दी। वो देखना चाहते थे कि घर और स्कूल, जहां द्रौपदी मुर्मू पली और पढ़ाई की। रायरंगपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि बीते कुछ दिनों से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गांव और कस्बे में उनके राज्य बल्कि पड़ोसी राज्यों से कई लोग यहां पर पहुंच रहे हैं। इसके लिए प्रशासन ने पुलिस और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के इंतजाम किए।
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ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से तकरीबन ढाई सौ किलोमीटर दूर जिला मयूरभंज है। इस जिले में एक गांव उपरबेड़ा है। गांव ओडिशा के एक बड़े पर्यटन स्थल के तौर पर उभरकर आया है। मयूरभंज जिले के रायरंगपुर के राजस्व अधिकारी समीर दास ने बताया कि कुछ दिनों से यहां पर लोगों का आना-जाना बढ़ा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के गांव उपरबेड़ा में दूर-दूर से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। राष्ट्रपति के गांव और कस्बे में लोगों की संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने पुलिस के साथ-साथ यातायात पुलिस के बेहतर बंदोबस्त किए हैं। जिससे कि लोगों को कोई परेशानी ना हो। रायरंगपुर की रहने वाली अनुसिया टूडू खुद को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का रिश्तेदार बता रही हैं। वह कहती हैं कि बीते कुछ दिनों से उनके गांव में लोगों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई। वह कहती हैं कि आने वाले लोग न सिर्फ पुश्तैनी घर और स्कूल देखते हैं बल्कि रायरंगपुर के उस मकान को देखते हैं जहां से द्रौपदी मुर्मू ने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।