- हार्ट पेशेंट हैं मनमोहन, ड्रग रिएक्शन से हुई थी बेचैनी
नई दिल्ली – पूर्व प्रधानमंत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, राजस्थान से राज्यसभा सांसद और जाने माने अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह मंगलवार को एम्स से डिस्चार्ज हो गए. वह मंगलवार दोपहर अपने घर के लिए रवाना हुए थे. उन्हें 10 मई की रात को सीने में दर्द की शिकायत के बाद एम्स लाया गया था. यहां उन्हें कार्डियक इन्टेसिव केयर यूनिट में रखा गया था. हालत सुधरने के बाद, उन्हें प्राइवेट रूम में शिफ्ट किया गया. ऐहतियात के तौर पर डॉ सिंह का कोरोना वायरस टेस्ट भी कराया गया था. उसकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है.डॉक्टर नितिश नायक की देखरेख में उनका इलाज हुआ. हालात में सुधार देखकर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.मनमोहन 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. इस दौरान उन्होंने यूपीएम की सरकार चलाई.
फैब्राइल रिक्शन हो गया था
एम्स सूत्रों के मुताबिक, नई दवा का रिएक्शन होने के चलते मनमोहन सिंह को बैचेनी महसूस होने लगी थी. दवा लेने के बाद फैब्राइल रिक्शन होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, ताकि वह डॉक्टर्स की निगरानी में रह सकें. उनका बुखार भी कंट्रोल में है.
हो चुकी है बाईपास सर्जरी
पूर्व पीएम मनमोहन को हार्ट संबंधी परेशानियां हैं. दो बार उनकी बाईपास सर्जरी हो चुकी है. 1990 में यूनाइटेड किंगडम में उनकी पहली बार बाईपास सर्जरी हुई थी. 2004 में एस्कॉर्ट्स में एंजियोप्लास्टी हुई. साल 2009 में वह एम्स में भर्ती हुए थे.तब उनकी ब्लॉक्ड आर्टरीज को ओपन करने के लिए एक और बाईपास सर्जरी की गई. डॉ. मनमोहन सिंह डायबिटीज के भी मरीज हैं.