- 60 सीटों पर छात्राओं को दिया जायेगा निःशुल्क प्रवेश
- दोपहर का भोजन व यूनीफार्म भी निःशुल्क प्रदान की जायेगी
मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय, मेरठ ने सामाजिक सरोकार के तहत अपने उत्तरदायित्वों का निवर्ह्न करते हुए एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। समाज में ऐसी मेधावी बेटियां भी हैं जिनकी शिक्षा आर्थिक अभावों एवं विषम पारिवारिक परिस्थितियों के कारण पूर्ण नहीं हो सकी है। ऐसी मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा प्रदान कर उनके लिये खुद पैरों पर खड़े होकर कामयाबी हासिल करने का अवसर प्रदान करने का बीड़ा आईआईएमटी विश्वविद्यालय ने उठाया है।
श्री योगेश मोहनजी गुप्ता, कुलाधिपति, आईआईएमटी विश्वविद्यालय ने बताया कि ऐसी मेधावी बेटियों को विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक स्तर पर कला एवं विज्ञान पाठ्यक्रम के अन्तर्गत शैक्षणिक सत्र 2020-21 से 60 सीटों पर प्रवेश, दोपहर का भोजन एवम् यूनीफार्म निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। इन सीटों पर प्रवेश चयन-प्रक्रिया के माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा। इच्छुक छात्राएं श्री नितिन कुमार (सहायक प्राध्यापक) – 8266030304 और डा. सुरभी सिंघल (विभागाध्यक्ष) – 9719545566 से संपर्क कर सकती हैं। श्री योगेश मोहनजी गुप्ता ने लोगों से अपील की है कि यदि उनके संपर्क में कोई निर्धन मेधावी बेटी है तो उसे इस संबंध में जानकारी प्रदान कर उसके भविष्य निर्माण करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा पूर्ण करने के बाद यदि बेटियां नौकरी करना चाहेंगी तो विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का उपयुक्त मंच और अवसर प्रदान किया जायेगा। इस मैसेज को अपने प्रत्येक ग्रुप में फारवर्ड कर इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें।
प्रो. (डा.) एम.के. मदान, कुलपति, आईआईएमटी विश्वविद्यालय ने निर्धन मेधावी बेटियों को निःशुल्क शिक्षा व अन्य सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा करने के लिये श्री योगेश मोहनजी गुप्ता, कुलाधिपति का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय के इस कदम से आर्थिक आभावों व विषम पारिवारिक परिस्थितियों के कारण शिक्षा पूर्ण न कर पाने वाली बेटियों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।