उत्तराखंड के जंगलों में 24 घंटे के भीतर आग लगने की 45 घटना
फायर लाइन काटने और फंसे लोगों को बचाने में जुटी एसडीआरएफ
देहरादून। काबू से बाहर होती जा रही उत्तराखंड के जंगलों की आग को बुझाने के लिये दो हेलीकाॅप्टरों का भी इस्तेमाल शुरू कर दिया गया है। इन हेलीकाॅप्टरों के माध्यम से भीषण आग को बुझाने के प्रयास किये जा रहे हैं। रविवार को सीएम तीरथ सिंह रावत ने गृह मंत्री अमित शाह से जंगलों में लगी आग पर चर्चा करते हुए दो हेलीकाॅप्टर प्रदान करने की मांग की थी। वहीं एसडीआरएफ भी जंगलों में लगी आग को थामने के लिये फायर लाइन काटने और फंसे लोगों को बचाने में जुटी है।
उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण आग से पिछले 24 घंटे के भीतर जंगलों में आग लगने की 45 घटनाओं में 68.7 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड सरकार की ओर से की गयी मांग के बाद सोमवार को केंद की ओर से दो हेलीकाॅप्टर दिये गये हैं जो आग बुझाने के काम में जुट गये हैं। वहीं भीषण होती आग को रोकने के लिये एसडीआरएफ भी जुटी है। मिस्ट ब्लाॅअर के जरिए आग बुझाने में जुटी एसडीआरएफ बचाव और राहत कार्य अंजाम दे रही है। एसडीआरएफ द्वारा फायर लाइन काटने और फंसे लोगों को बचाने का काम प्रमुखता से किया जा रहा है। वन मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत ने जंगलों में आग लगाने वाले व्यक्ति के खिलाफ वन विभाग एवं संबंधी पुलिस क्षेत्र को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये हैं।
जंगलों में लगी आग से उत्तराखंड का पर्यटन उद्योग को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। जंगलों में आग और पर्यटन स्थलों पर छाये धुएं के कारण पर्यटन फिलहाल उत्तराखंड का रूख करने से परहेज करेंगे। होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों का भी कहना है कि पर्यटक अपनी बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। ऐसे में जब तक जंगलों की आग नहीं बुझती तब तक पर्यटन उद्योग को नुकसान होना तय है।