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Gaganyaan Mission Test: गगनयान की पहली टेस्ट फ्लाइट लॉन्चिंग रोकी, इसरो ने बताई वजह

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Gaganyaan Mission Test Flight updates: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज श्रीहरिकोटा परीक्षण रेंज से गगनयान मिशन के व्हीकल टेस्ट फ्लाइट (टीवी-डी1) का पहला परीक्षण करने की पूरी तैयारी की थी। परीक्षण सुबह 8 बजे किया जाना था। लेकिन इसको अंतिम समय पर रोक लिया गया। इसरो प्रमुख ने इसकी वजह मौसम में खराबी बताई है। गगनयान मिशन के लिए टेस्ट उड़ान टीवी-डी1 को प्रात: आठ बजे लॉन्च होना था। लेकिन अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए पहले इसकी लांचिंग टाइम 30 मिनट आगे बढ़ाई गई थी। लेकिन इसके बाद अंतिम निर्णय लिया गया और खराब मौसम की वजह से इसरो ने गगनयान के परीक्षण को रोकने का फैसला किया है।

इसरो चीफ ने बताया लांचिंग रोकने का कारण

ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने गगनयान के पहले टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1) के लांचिंग को होल्ड पर डालने की जानकारी दी है। उन्होंने गगनयान की लांचिंग को रोकने का कारण बताते हुए कहा कि लिफ्ट-ऑफ का प्रयास आज नहीं हो सका। व्हीकल सुरक्षित है। हम जल्द वापस लौटेंगे। जो कंप्यूटर काम कर रहा है उसने गगनयान की लांचिंग रोक दी है। हम इसे ठीक करेंगे और जल्द लॉन्च शेड्यूल करेंगे।

छह परीक्षणों की श्रृखला में पहला परीक्षण

2025 में रत के महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष अभियान गगनयान के तहत अंतरिक्ष यात्री धरती से 400 किमी ऊपर अंतरिक्ष में तीन दिन बिताएंगे। तब किसी वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को नहीं खोना पड़े। इसके लिए इसरो की छह परीक्षण की श्रृंखला में यह पहला परीक्षण है। इसरो के इस परीक्षण से क्रू इस्केप सिस्टम (सीईएस) की क्षमता और दक्षता के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी। इसके अलावा किसी आपात परिस्थिति में अभियान को बीच में ही रद्द करने पर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बचाने की रणनीति को फेल-सेफ बनाने में मदद मिलेगी।

अगले साल भेजा जाएगा गगनयान

गगनयान भारत का पहला अंतरिक्ष मिशन है। इसे अगले साल के अंत में या 2025 की शुरुआत तक भेजा जाएगा। 2024 में मानव रहित परीक्षण उड़ान की जाएगी। जिसमें एक व्योममित्र रोबोट भेजा जाएगा।

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