Satellite System: हारपरसोनिक हथियारों को ट्रैक करने के लिए उपग्रह प्रणाली विकसित कर रहा अमेरिका

वाशिंगटन। अमेरिका अब हाइपरसोनिक हथियारों को ट्रैक करने के लिए उपग्रह प्रणाली विकसित करने की राह पर है। इसके लिए अमेरिका उन्नत उपग्रहों को विकसित करेगा और इस पर 1.3 अरब डालर खर्च करेगा। यह उपग्रह हाइपरसोनिक मिसाइलों को बेहतरीन ढंग से ट्रैक कर सकेंगी। पेंटागन ने इसके लिए दो नए अनुबंध किए हैं। यह 2025 तक उपग्रह की कक्षा में हाइपरसोनिक मिसाइलों की पहचान और ट्रैकिंग सिस्टम डाल देंगे। अंतरिक्ष विकास एजेंसी निदेशक डेरेक टूरनियर ने बताया कि अनुबंध से अमेरिका को 28 उपग्रह मिलेंगे। इससे अमेरिका, रूस और चीन से बढ़ते खतरों का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से सक्षम होगा।
बता दें कि रूस और चीन हाइपरसोनिक मिसाइलों के कार्यक्रम में काफी प्रगति कर चुके हैं। इन मिसाइलों केा ट्रैक करना और नीचे गिराना बहुत कठिन है। क्योंकि ये मिसाइल पारंपरिक हथियारों की अपेक्षा उड़ान में अधिक तेजी से सक्षम होती हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल चीन ने जो परीक्षण किया वह हाइपरसोनिक मिसाइल थी। रूस ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान हमलों में हाइपरसोनिक हथियारों का उपयोग किया। टूरनियर ने बताया कि रूस और चीन इन उन्नत मिसाइलों का लगातार परीक्षण कर रहे हैं। जो कि अत्यंत गतिशील हैं। इन उपग्रहों को विशेष रूप से खतरों की इस पीढ़ी के संस्करण के बाद के लिए डिजाइन किया है। जिससे हम इन हाइपरसोनिक पैंतरेबाजी का पता लगा सकें। उन्हें ट्रैक कर सकें और उनके प्रभाव के बारे में पता लगा सकें।