Earthquake In Nepal: भूकंप से डोली नेपाल की धरती,घरों से बाहर आए लोग

नई दिल्ली। नेपाल में आज सोमवार की सुबह 5:52 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप तीव्रता 4.1 रही। हालांकि भूकंप से किसी के जानमाल के नुकसान की कोई जानकारी अभी तक नहीं मिली है। इसकी जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जारी की है। नेपाल में भूकंप आने के बाद सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। उसके बाद देर तक लोगों ने खुले आकाश के नीचे ही रात गुजारी। भूकंप आने के बाद लोगों में भय था। भूकंप आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना होता है। धरती के अंदर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार हमेशा घूमती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकरा जाती हैं, तो वहां पर फॉल्ट लाइन जोन बनता है। इससे सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने के कारण वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। प्लेट्स के टूटने से भीतर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती डोलती है और इसे भूकंप कहते हैं।
रिक्टर पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा है। यह भूकंप महसूस नहीं किया जाता है। रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के करीब आठ हजार भूकंप पूरी दुनिया में प्रतिदिन दर्ज किए जाते हैं। ऐसे ही 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा है। ऐसे करीब एक हजार भूकंप रोज आते हैं। इसे सामान्य तौर पर महसूस नहीं कर पाते हैं। वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाला होता है। यह एक साल में 49 हजार बार दर्ज किया जाता है। इसे महसूस तो किया जाता है लेकिन इनसे कोई नुकसान पहुंचता है।