नई दिल्ली: पुड्डुचेरी में कांग्रेस की वी नारायणसामी नीत सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने में नाकाम हो गई है। बीते सप्ताह विपक्ष ने कांग्रेस को अपना बहुमत साबित करने की मांग की थी। विपक्ष के नेता एन रंगासामी की अगुवाई में सभी 14 विपक्षी सदस्यों ने मुख्यमंत्री को अपना बहुमत साबित करने का निर्देश दिये जाने की मांग को लेकर उपराज्यपाल के सचिव को ज्ञापन सौंपा था। अध्यक्ष वीपी शिवाकोझुंडू ने सोमवार को घोषणा की है कि वी नारायणसामी सरकार ने केंद्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी में अपना बहुमत खो दिया है।
राज्यपाल को सौंपा इस्तीफ़ा
नारायणसामी ने उपराज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। विश्वास मत खोने के बाद अब मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। नारायणसामी ने तमिलसाई से मुलाकात के बाद कहा, “खुद, मंत्रियों, कांग्रेस और डीएमके विधायकों और निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया है और इसे स्वीकार कर लिया गया है।” आगे सीएम ने केंद्र और पूर्व एलजी पर किरण बेदी पर आरोप लगाते हुए कहा, “पूर्व एलजी किरण बेदी और केंद्र के सांठगांठ ने सरकार को गिराने की कोशिश की है। यह स्पष्ट है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं। यह लोगों द्वारा चुनी गई सरकार है।”
एक महीने में चार विधायकों ने छोड़ा था कांग्रेस का साथ
बता दें कि कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने बीते मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही गत एक माह में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है। मौजूदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं। इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा था कि सरकार अल्पमत में है। हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया था कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है। उल्लेखनीय है कि पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं।