नई दिल्ली। कृषि मंत्री से बैठक कर लौटने के बाद किसान महापंचायत आज खत्म हो गई। किसानों ने एलान किया है कि अगर 30 अप्रैल तक सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया तो किसान आंदोलन पार्ट-2 खत्म भी हो जाएगा। लेकिन अगर सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो संयुक्त किसान मोर्चा 30 अप्रैल को बैठक में आगे की रणनीति तय करेगा। किसानों का कहना है कि आज कृषि मंत्री से बैठक में उन्हें बिजली संशोधित विधेयक को लेकर भी आश्वासन मिला है।
इससे पहले किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 2024 के चुनाव में सभी पार्टियों को किसानों के रोष का सामना करना पड़ेगा। कृषि मंत्री के साथ 14 बिन्दुओं पर चर्चा कृषि मंत्री के साथ किसान प्रतिनिधियों की बैठक में 14 बिन्दुओं पर चर्चा हुई।
किसानों ने मंत्री से एमएसपी कमेटी में किसानों के प्रतिनिधित्व, एमएसपी की गारंटी, बिजली में किसानों को सब्सिडी, किसान आंदोलन के दौरान दर्ज मामलों की वापसी, नए किसानों को कर्ज मुक्ति सहित कई और मुद्दों पर चर्चा हुई। किसान नेताओं का कहना है कि मंत्री से अलग मुद्दों और समस्याओं को दूर करने के लिए मिले आश्वासन के बाद इस दिशा में पहल का इंतजार रहेगा। बैठक में दर्शन पाल, हन्नाल मोला, डॉ. सुनील मित्तल, युद्धवीर सिंह, मंजीत राय, सुरेश कौथ और आशीष मित्तल मौजूद रहे।