PM Modi Chitrakoot News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सतना के चित्रकूट में एक कार्यक्रम में भाग लिया। पीएम मोदी ने इस दौरान चित्रकूट के रघुवीर मंदिर में पूजा अर्चना की। पीएम मोदी ने कहा कि चित्रकूट के बारे में कहा जाता है कि यहां के पर्वत कामद गिरि भगवान राम के आशीर्वाद से सारे परेशानियों और कष्टों को खत्म करते हैं। चित्रकूट की महिमा यहां के संतों-ऋषियों के माध्यम से अक्षुण्ण बनी हुई है। इस दौरान पीएम मोदी ने मफतलाल की 100वीं जयंती पर डाक टिकट जारी किया।
निष्काम कर्मों ने मुझ जैसे लक्षावधि लोगों को हमेशा प्रेरित किया
पूज्य श्री रणछोड़ दास ऐसे ही महान संत थे। उनके निष्काम कर्मों ने मुझ जैसे लक्षावधि लोगों को हमेशा प्रेरित किया है। उनका ध्येय भूखे को भोजन, वस्त्रहीन को वस्त्र और दृष्टिहीन को दृष्टि दी। इसी सेवा मंत्र के साथ पूज्य गुरुदेव पहली बार 1945 में चित्रकूट आए थे।
1950 में उन्होंने यहां पर पहले नेत्र यज्ञ का आयोजन किया था। इसमें सैकड़ों मरीजों की सर्जरी हुई थी। उन्हें नई रोशनी मिली थी। आज के समय हमें यह बात सामान्य लगती होगी। लेकिन सात दशक पहले चित्रकूट वन क्षेत्र था। जहां पर न सड़कों की सुविधा थी, न बिजली थी, न जरूरी संसाधन थे। उस समय चित्रकूट वनक्षेत्र में ऐसे बड़े संकल्प लेने के लिए कितना साहस, कितना आत्मबल और सेवाभाव की पराकाष्ठा होगी। तब यह संभव होगा। लेकिन यहां संत रणछोड़ दास जी जैसे संत की साधना होती है, वहां संकल्पों का सृजन ही सिद्धि के लिए होता है।
तपोभूमि पर प्रकल्प ऋषि के संकल्प का परिणाम
पीएम मोदी ने कहा आज चित्रकूट की तपोभूमि पर हम सेवा के जितने बड़े-बड़े प्रकल्प दे रहे हैं, वो उसी ऋषि के संकल्प का परिणाम है। उन्होंने यहां श्रीराम संस्कृत विद्यालय की स्थापना की। कुछ समय बाद श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट का गठन किया। जहां कहीं विपदा आती थी पूज्य गुरुदेव उसके सामने ढाल बनकर खड़े होते थे। उनके प्रयासों से कितने ही गरीबों को नया जीवन मिला। यही देश की विशेषता है कि जो स्व से ऊपर उठकर समस्ति के लिए समर्पित रहने वाले महात्माओं को जन्म देती है। मेरे परिवार जनों संतों का स्वभाव होता है कि जो उनका संग पाता है, उनका मार्गदर्शन पाता है वो खुद संत बनता है।