अहमदाबाद। मोरबी कस्बे में मणि मंदिर के पास मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज के अचानक टूटने से 150 लोग डूब गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डूबे लोगों में तीस लोगों की मौत हो गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जिस समय पुल गिरा उस दौरान पुल पर लगभग 500 लोग सवार थे। डूबे लोगों को नदी से निकालने के लिए गोताखोर लगे हुए हैं। घटना की जानकारी के बाद मंत्री बृजेश मेरजा मौके पर पहुंच गए हैं। रेस्क्यू टीम द्वारा अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से इस घटना के बारे में पूरी जानकारी मांगी है और हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
बता दें कि पहले इस पुल को छह महीने के रेनोवेशन पर बंद कर दिया गया था। दो करोड़ रुपये की लागत से पुल का जीर्णोद्धार किया गया था। इसके बाद नए साल के दिन पुल को दर्शकों के लिए खोला गया था।
जिस समय हादसा हुआ उस दौरान मोरबी पुल पर 500 लोग मौजूद थे। बताया जाता है कि मोरबी पुल करीब 500 साल पहले रियासत काल में बनाया गया था। यह झूलता पुल आज रविवार शाम अचानक टूट गया। पुल जिस समय टूटा उस दौरान 500 के करीब लोग मौजूद थे जो मच्छू नदी में जा गिरे। पुल के साथ नदी में गिरे कुछ लोग तैरते हुए और केबल के सहारे ऊपर चढ आए। वहीं अधिकांश लोग डूब गए। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट कर बताया वे प्रशासन के संपर्क में हैं तथा पीडितों को सभी तरह की मदद करने के लिए कहा है।
मौके पर फायर, स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी गई हैं। पुल पर तीन सौ से अधिक लोग होने की जानकारी सामने आ रही है। पुल के साथ नीचे गिरकर बेहोश हुए लोगों की संख्या अधिक बताई जा रही है। हादसे में मरने वालों की संख्या और भी अधिक बढ सकती है। सूत्र के अनुसार अब तक 35 लोगों के मरने की जानकारी हैं। गुजरात CM ने कहा कि मृतक के परिवार को चार लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर मोरबी के लिए रवाना हो गए हैं।