नई दिल्ली। इस समय एनसीआर की हवा खराब है। वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। दीपावली के बाद से हालात अधिक खराब हुए हैं। एनसीआर के अधिकांश जिलों का एक्यूआई 350 से अधिक बना हुआ है। एनसीआर के जिलों की हवा गुणवत्ता में गिरावट लगातार जारी है। एनसीआर इलाकों में आज सुबह भी धुंध छाई रही। वायु प्रदूषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक अति गंभीर स्थिति में है। मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड, बुलंदशहर,बागपत आदि जिलों में वायु प्रदूषण से स्थिति अति गंभीर है। कई इलाकों में AQI 400 तक है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च SAFAR के मुताबिक राजधानी दिल्ली में AQI 408 दर्ज किया गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक वर्तमान में नोएडा में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 393, है। जबकि गाजियाबाद में ये ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 340 और हापुड में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 320 है।
हालांकि एनसीआर में बुधवार को हवा की दिशा बदलने से वायु प्रदूषण में हल्का सुधार हुआ था। जिससे हवा अब गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है। मामूली सुधार के बाव भी दमघोंटू हवा से लोगों की आंख में जलन और सांस लेने में परेशानी हो रही है।
वायु मानक एजेंसियों के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले तीन दिनों में हवा गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर श्रेणी के निचले स्तर रहेगी। कल बुधवार की तुलना में आज गुरुवार को एक्यूआई कुछ कम है। सुबह का एक्यूआई 310 दर्ज किया है। लेकिन बाद में इसका स्तर और बढ़ने का अनुमान है। आज सुबह-सुबह नोएडा का एक्यूआई 353 और गाजियाबाद का एक्यूआई 315 दर्ज किया गया।
इससे पहले सोमवार को यह 415 गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया था। ग्रेटर नोएडा की हवा गंभीर दर्ज की गई थी। बीते 24 घंटे में एनसीआर के सभी शहरों की हवा में मामूली सुधार हुआ। बीते 24 घंटे में 2.5 माइक्रोमीटर से बड़े कणों की पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 10 में 55 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। पीएम 10 का स्तर 329 और पीएम 2.5 का स्तर 179 माइक्रोमीटर प्रतिघन मीटर रिकार्ड किया गया। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिन तक हवा की रफ्तार आठ से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहने से मौसम में बदलाव आएगा। पांच नवंबर से मौसमी दशाओं के बदलने की वजह से हवा की सेहत सुधरेगी।