बिहार के छपरा में ज़हरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सात लोगों की मौत की संख्या अब बढ़ते बढ़ते 30 तक पहुँच चुकी है और अभी इसमें इज़ाफ़ा हो सकता है क्योंकि कई लोग अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं और कई लोग अपनी आँखों की रौशनी गँवा चुके हैं उधर संवेदनहीन आरजेडी के मंत्री समीर महासेठ दर्जनों लोगों की मौत का मज़ाक उड़ा रहे हैं और उन्हें अपनी पावर बढ़ाने की बात कह रहे है. राजद मंत्री का मानना है कि जहरीली शराब को पीने के बाद मरने से बचना है तो इम्यूनिटी बढ़ानी होगी, मंत्री ने कहा कि खेल कूदकर पावर बढ़ाओ तो जहरीली शराब भी बर्दाश्त कर लोगे.
कानूनी कार्रवाई के डर से कई अस्पतालों में चोरी छिपे चल रहा है इलाज
बता दें 14 दिसंबर को छपरा सारण के इसुआपुर थाना क्षेत्र में सुबह ज़हरीली शराब से मरने वालों की संख्या पुलिस सात बता रही थी, देर शाम तक मरने वालों की संख्या 24 बताई जाने लगी और आज सुबह तक यह संख्या 30 हो गई है. वहीँ अभी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि कुछ लोगों का इलाज छोटे अस्पतालों में चोरी छिपे चल रहा है और उसकी वजह है बिहार में शराबबंदी, शराब की खरीद-बिक्री और सेवन गैरकानूनी है इसलिए कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए लोग ऐसा कर रहे हैं.
विधानसभा में भड़के थे नितीश
बता दें कि बिहार विधानसभा में कल ज़हरीली शराब से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सवाल पूछने पर काफी उत्तेजित हो गए और बीजेपी सदस्यों पर ही आरोप लगाने लगे कि गन्दी राजनीती के लिए वही लोग सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. नितीश ने भाजपा सदस्यों को याद दिलाया कि बिहार में जब शराबबंदी की नीति का एलान हुआ था तब उन्होंने उसका समर्थन किया था और आज राजनीति कर रहे हैं, तुम लोगों को शर्म आनी चाहिए।