नई दिल्ली। गुजरात के मोरबी में माच्छू नदी में रविवार देर शाम केबल पुल गिरने से अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सरकारी सूत्र मरने वालों की संख्या इससे कम बता रहे हैं। सूचना विभाग की माने तो अभी तक 177 लोगों की जान बचाई जा सकी है। 19 गंभीर घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बचाव कार्य में नौसेना,सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और दमकल की टीम लगी हैं और लोगों की तलाशी का काम चल रहा है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आधा दर्जन टीमें माछू नदी में डूबे लोगों को बचाने के लिए रात भर अभियान में जुटी रहीं। भारतीय सेना के मेजर गौरव ने बताया कि बचाव अभियान अभी जारी है। भारतीय सेना रात 3 बजे घटनास्थल पर पहुंची थी। सेना शवों को निकालने की कोशिश कर रही है। एनडीआरएफ की टीमें फायर ब्रिगेड को बचाव अभियान में लगाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार पुल करीब एक सदी पुराना बताया जा रहा है। पुल को मरम्मत के बाद हाल में खोला गया था। अधिकारियों ने कहा कि जनता के लिए चार दिन पहले खोले गए इस पुल पर लोगों की भारी भीड़ थी। उन्होंने बताया कि पुल करीब सात बजे टूट गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मामले को संज्ञान लेने वाले पहले लोगों में थे। बचाव अभियान के लिए टीमों को तत्काल जुटाने का आदेश दिया गया। अधिकांश शवों को नदी से निकाल लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घायलों को मोरबी के अस्पताल ले जाया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने मोरबी में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।