दुनिया के कई देशों में तबाही मचा रहे एम्पॉक्स वायरस के उपचार के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वैक्सीनेशन वैक्सीन को पहली मंजूरी दे दी है। WHO ने शुक्रवार को एमवीए-बीएन वैक्सीन को अपनी प्रीक्वालिफिकेशन सूची में शामिल होने वाली एम्पॉक्स के खिलाफ पहली वैक्सीन घोषित किया। इस कदम से आम जनता, खासकर उन समुदायों तक वैक्सीन की पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है, जिन्हें इसकी तत्काल आवश्यकता है।
एमवीए-बीएन वैक्सीन फिलहाल 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए नहीं बनाई गई है। हालांकि, WHO ने बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए जल्द से जल्द ऐसी वैक्सीन तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
वैक्सीन निर्माता बवेरियन नॉर्डिक ए/एस द्वारा प्रस्तुत की गई जानकारी और यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा समीक्षा के आधार पर प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया का उद्देश्य वैक्सीन की तेजी से खरीद और वितरण को सुविधाजनक बनाना है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने मौजूदा एमपॉक्स प्रकोपों को रोकने में वैक्सीन के महत्व पर जोर दिया, खासकर अफ्रीका में।
एमवीए-बीएन वैक्सीन, जिसे चार सप्ताह के अंतराल पर दो खुराक के इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है, 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए स्वीकृत है। ठंडी परिस्थितियों में संग्रहीत होने पर, यह 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर आठ सप्ताह तक स्थिर रह सकता है।