रोहन वर्मा
कोरोनावायरस और लॉकडाउन ने हमारी जिंदगी को 360 डिग्री तक पलट दिया है. भले ही अनलॉक के बाद धीरे धीरे इकॉनमी को वापस ढर्रे पर लाने की कोशिशें शुरू हो गई हों लेकिन एक सेक्टर इसने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है और वो है एजुकेशन. 5 महीने से बच्चे स्कूल नहीं गए हैं, कोचिंग भी बंद है. हालांकि इसके बावजूद ऑनलाइन पढ़ाई जारी है. इस बदले हुए दौर में बच्चों की पढ़ाई और गुरु भी बदल गए हैं. अब बच्चे स्कूल के गुरुजी से तो ऑनलाइन शिक्षा ले ही रहे हैं , साथ ही कई टीचिंग एप्स भी नए गुरु बनकर सामने आए हैं. टीचर्स डे के मौके पर हम आपको ऐसे ही मॉडर्न गुरुजी से मिलवा रहे हैं.
ई-पाठशाला
एनसीइआरटी के इस ऐप की मदद से लाखों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. ऐप के जरिए कक्षा एक से लेकर 12वीं तक की एनसीईआरटी की किताबें डाउनलोड की जा रही हैं. इस ऐप में हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषओं में बुक्स दी गई हैं.
उमंग ऐप
भारत सरकार के उमंग ऐप पर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए एक करोड़ से ज्यादा ई-बुक्स, ऑडियो फाइल्स और वीडियोज मौजूद है. इसके जरिए भी स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. इसमें प्राइमेरी और सेकेंडरी के स्टूडेंट्स के लिए अच्छी कंटेट है.
बाइजूस, अनअकैडमी
ऑनलाइन लर्निंग एप बाई जूस बेहद लोकप्रिय ऐप है. देशभर में कई स्टूडेंट्स इस ऐप का इस्तेमाल करते हैं. लॉकडाउन में पढ़ाई करने के लिए ये ऐप काफी फायदेमंद रहा है. इसी तरह अन अकैडमी भी ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है. यहां पर स्टूडेंटस को पढ़ने के लिए अच्छा कंटेट मिल जाता है. इसकी मदद से स्टूडेंट लॉकडाउन में अपनी पढ़ाई जारी रखी.
हेंगआउट मीट, जूम, जिओ
गूगल के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग ऐप हेंग आउट मीट , जूम और जिओ की मदद से छात्र वीडियो के जरिए ग्रुप स्टडी और ऑनलाइन ट्यूशन या क्लासेज ले पाए. यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म मोबाइल के साथ लैपटॉप पर भी एक्सेस किया जा सकता है.
यूट्यूब
गूगल की वीडियो शेयरिंग एप को लॉकडाउन के दौरान इंटरटेंनमेंट के साथ-साथ पढ़ाई के लिए भी यूज किया जा सकता है. इस पर कई ऐसे चैनल्स मौजूद है जिनमें बच्चों के लिए स्टडी मैटेरियल मौजूद है.