2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए देश के सबसे महत्वपूर्ण प्रदेश यूपी में चुनावी बिसाते बिछनी शुरू हो गयी हैं, रणनीतियां बननी शुरू हो चुकी हैं. इन सब मामलों में हमेशा की तरह अन्य पार्टियों से सत्ताधारी भाजपा सबसे आगे नज़र आ रही है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सभी सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और अपने इसी मिशन 80 के लिए उसने नए सिरे से बूथ कमेटियों का गठन भी शुरू कर दिया है.
बूथ कमेटियों में भी सोशल इंजीनियरिंग
भाजपा की इन बूथ कमेटियों में 21 सदस्यों की जगह अब सिर्फ 11 सदस्य होंगे. इन कमेटियों में सभी जाति के कार्यकर्ताओं के साथ एक महिला सदस्य को भी शामिल किया जाएगा. भाजपा बूथ प्रबंधन अभियान के तहत क्षेत्र, जिला और मंडल स्तर पर चार-चार लोगों की टोली बनाने जा रही है. इस टोली अभियान के लिए 27-28 फरवरी को जिला स्तर पर बैठक होगी, 1 से 5 मार्च तक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर और 11-15 मार्च तक मंडल स्तरीय बैठक करने की तैयारी है. इसके अलावा शक्ति केंद्रों पर पार्टी अल्पकालीन विस्तारक भी भेजेगी. ये विस्तारक शक्ति केंद्र पर रोज कम से कम 8 से 10 घंटे का समय देंगे। इसे ज़मीनी स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने का एक बड़ा कदम बताया जा रहा है.
ओमप्रकाश राजभर का अखिलेश पर हमला
वहीँ भाजपा के साथ एकबार फिर पींगे बढ़ाने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने जातिगत जनगणना की मांग पर अपने पुराने सहयोगी अखिलेश यादव पर सियासी निशाना साधते हुए कहा उन्हें अब जाकर जातिवार जनगणना की बात याद आयी जबकि हम तो 20 साल से जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब अखिलेश सरकार में थे तब उन्हें जातिगत जनगणना की बात क्यों नहीं याद आयी. राजभर ने कहा कि अखिलेश सदन में सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट पर बात क्यों नहीं करते.