गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड के मौके पर आज योगी सरकार के पसमांदा समाज से ताल्लुक रखने वाले मंत्री के साथ योगी-1 के पूर्व मंत्री ने अभद्रता भरा सलूक किया जिसे वहां मौजूद सभी लोगों ने देखा। इस मौके की वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो चुकी है. इसमें साफ़ नज़र आ रहा है कि पूर्व मंत्री मोहसिन रज़ा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी को लगभग धक्का देते नज़र आ रहे हैं ताकि वो उपमुख़्यमंत्री के बगल में और मुख्यमंत्री के करीब बैठ सके और फोटो फ्रेम में आ सकें।
दानिश आज़ाद अंसारी ने दिखाई शराफत
इसे तो दानिश आज़ाद अंसारी की शराफत ही कहा जायेगा कि वो मोहसिन रज़ा के इस असभ्य व्यवहार को बर्दाश्त कर बगल के सोफे पर बैठ गए. वीडियो में साफ़ नज़र आ रहा है कि दानिश आज़ाद अंसारी पहले से ही मंच पर मौजूद हैं और मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के आने पर उनके अभिवादन के लिए खड़े हो जाते हैं और मुख्यमंत्री के बैठने के बाद जब वो अपना स्थान ग्रहण करने की कोशिश करते हैं तो उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के पीछे पीछे आने वाले मोहसिन रज़ा उन्हें एक तरह से धकियाते हुए इशारा करते हैं कि यहाँ मैं बैठूंगा।
योगी के मंच पर ऐसे अशोभनीय हरकत
जश्ने जम्हूरिया के मौके पर इस तरह की गैरजम्हूरी हरकत, वो भी मुख्यमंत्री के मंच पर बड़ी अशोभनीय नज़र आयी. मोहसिन रज़ा की इस हरकत से तो ऐसा लगा कि जैसे वो अपने को अभी भी मंत्री मान रहे हैं, या फिर वो एक पसमांदा समाज के व्यक्ति से, भले ही वो मंत्री ही क्यों न हो अपने से कमतर समझ रहे हैं क्योंकि वो अपर कास्ट से ताल्लुक रखते हैं. मोहसिन रज़ा का दानिश आज़ाद अंसारी को इस तरह सरे बैठने से रोकना सरकार के एक मंत्री का अपमान करने जैसा है. मोहसिन रज़ा के इस बर्ताव को असभ्यता की श्रेणी में ही रखा जायेगा।