प्रधानमंत्री मोदी पर मालदीव सरकार की मंत्री और नेताओं की टिप्पणी अब उसपर भारी पड़ती जा रही है और उसकी इनकम के मुख्य सोर्स टूरिज्म पर उसका असर दिखना शुरू हो गया है. ट्रेवल कंपनी ईज माय ट्रिप ने मालदीव की सारी बुकिंग को कैंसिल करके माइज़्ज़ु सरकार को एक बड़ा झटका दिया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर हैशटैग BoycottMaldives तेज़ी से ट्रेंड कर रहा है जिसने मालदीव की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
बता दें कि मालदीव भारतियों का पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस माना जाता है, आम आदमी से लेकर सेलेब्रिटीज़ की पहली पसंद मालदीव ही रहा है. नवविवाहित जोड़े भी अपने हनीमून ट्रिप के लिए मालदीव ही जाना पसंद करते हैं , कहने का मतलब भारत से मालदीव को टूरिज्म के ज़रिये बड़ा पैसा मिलता है. लेकिन ताज़ा विवाद ने मालदीव सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ईज माय ट्रिप ने ये कदम तब उठाया है जब मालदीव सरकार ने विवादित टिपण्णी करने वाले तीनों ननेताओं को उनके पदों से हटा दिया है, ऐसे में कुछ और ट्रेवेल कम्पनियाँ भी इसी तरह का कदम उठाकर मालदीव को झटके दे सकती हैं.
EaseMyTrip के सीईओ और को-फाउंडर निशांत पिट्टी ने इस फैसले की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दी. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि लक्ष्यद्वीप के समंदरी किनारे मालदीव जितने ही अच्छे हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री पिछले दिनों लक्ष्यद्वीप गए थे जहाँ उन्होंने समंदर किनारे समय बिताया था, उन्होंने उस मौके की तस्वीरें भी शेयर की थीं और लोगों से लक्ष्यद्वीप जाने की अपील भी की थी. प्रधानमंत्री मोदी की इस एक्स पोस्ट पर मालदीप की महिला मंत्री और दो अन्य नेताओं ने अभद्र दिप्पणी की थी जिसपर भारत सरकार की तरफ से सख्त ऐतराज़ जताया गया था। शुरू में मालदीव सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था मगर मामला जब बिगड़ने लगा तो माइज़्ज़ु सरकार को सामने आना पड़ा और टिप्पणी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करनी पड़ी। प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाली महिंला मंत्री ने पहले अपने ट्वीट (एक्स) को डिलीट किया और बाद में अपना एक्स अकॉउंट ही बंद कर दिया।