मेरठ। चीन की मोबाइल कंपनी विवो के खिलाफ एक आईएमईआई पर 13 हजार से अधिक स्मार्ट फोन चलाने के मामले में पुलिस ने कंपनी के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली। लेकिन ये चार्जशीट अभी तक दाखिल नहीं की जा सकी है। विवो कंपनी के इस फर्जीवाड़े की जांच कर रही टीम में शामिल एक अधिकारी की माने तो अभी चार्जशीट दाखिल करने के लिए ऊपर से निर्देश नहीं मिले हैं। वहीं आलाधिकारियों से बात करने पर जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस बार पुलिस अपनी तरफ से विवो कंपनी को किसी भी तरह की छूट नहीं देना चाहती। इसी कारण से पूरी जांच पड़ताल के बाद ही विवो कंपनी के खिलाफ चार्ज शीट दाखिल की जाएगी।
मेरठ पुलिस इस पूरे प्रकरण में जांच के लिए विवो कंपनी को कई बार ईमेल के अलावा डाक से भी पत्राचार कर चुकी है। लेकिन विवो कंपनी की ओर से किसी प्रकार का कोई जवाब पुलिस को नहीं मिला। इसके लिए कई दिन तक जांच टीम ने कंपनी के जवाब का इंतजार भी किया। बता दें कि एक बाद पहले भी इस मामले की जांच मेरठ पुलिस कर चुकी है। इस पूर्व की जांच में नौचंदी के पूर्व इंस्पेक्टर ने विवो कंपनी प्रकरण में एफआर लगा दी थी। लेकिन इसको दोबारा से एडीजी के आदेश पर वापस मंगवाया गया। विवो कंपनी के इस पूरे प्रकरण की जांच एडीजी ने क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। क्राइम ब्रांच ने अपनी जांच में कंपनी की घोर लापरवाही मानते हुए इस मामले में अभियोजन से कानूनी सलाह ली थी। उसके बाद ही चार्जशीट तैयार की गई थी। लेकिन अभियोजन की हरि झंडी के बाद भी अभी तक चार्जशीट कोर्ट नहीं भेजी गई है।