अमित बिश्नोई
मौजूदा लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से चार दिन पहले भाजपा ने प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से चुनावी घोषणा पत्र जिसे भाजपा संकल्प पत्र कहती है जारी किया और कहा कि ये विकासोन्मुखी संकल्प पत्र है. प्रधानमंत्री जी के मुताबिक महिला, युवा, गरीब और किसान के उत्थान पर आधारित है है ये घोषणा पत्र। इस संकल्प पत्र की अगर कुछ मुख्य बातों पर नज़र डाली जाय तो इसमें मौजूदा दौर की सबसे बड़ी समस्याओं का दूर दूर तक कोई ज़िक्र नहीं है. देश में मौजूद बहुत सी समस्याओं को अगर हटा भी दें तो बेरोज़गारी और मंहगाई जैसी विकराल समस्याओं पर एक शब्द भी नहीं कहा गया है लेकिन प्रधानमंत्री ने अगले 25 सालों के लिए विकास का ठेका माँगा है.
संकल्प पत्र में बुलेट ट्रेन का विस्तार की बात मोदी जी ने कही. अजीब बात है, पहली ट्रेन अभी कहाँ खड़ी इसका कोई अता पता नहीं है और विस्तार की बात, किसी मज़ाक से कम नहीं लगती। कहा गया कि ये संकल्प पत्र 115 लाख सुझावों के बाद 360 डिग्री तकनीक पर बना है, कहने का मतलब हर क्षेत्र को कवर किया गया. लेकिन संकल्प पत्र में ये 360 डिग्री कहीं नज़र नहीं आती. संकल्प पत्र में मुफ्त राशन देने की बात पांच साल और बढ़ाने की गारंटी दी गयी है , अब दस साल के बाद भी मुफ्त राशन को अगर एक उपलब्धि माना जाय तो उसके बारे में क्या कहा जा सकता। मुफ्त राशन की बात है मगर नौकरियों की बात नदारद है. संकल्प पत्र के चार स्तम्भों में एक स्तम्भ युवा है मगर युवा को जिस चीज़ की सबसे ज़्यादा ज़रुरत है उसके बारे में कोई बात नहीं की गयी, वहीँ कांग्रेस के न्याय पत्र में युवाओं के लिए एक नहीं पांच गारंटियों की बात की गयी है, खासकर एक साल की नौकरी की गारंटी और तीस लाख के बैकलॉग की भर्ती की गारंटी, पेपर लीक की समस्या को जड़ से ख़त्म करने की गारंटी, लेकिन भाजपा के संकल्प पत्र में इस तरह की कोई बात नहीं।
भाजपा के संकल्प पत्र के दूसरे स्तम्भ महिला के बारे में लखपति दीदी का ज़िक्र प्रमुखता से है और गारंटी दी गयी है कि एक करोड़ लखपति दीदी बनाई जा चुकी हैं और आने वाले में ये आंकड़ा तीन करोड़ पहुँचाया जायेगा। यहाँ भी महिलाओं को नौकरी में रिजर्वेशन देने जैसी कोई बात नहीं है. वहीँ कांग्रेस ने देश के हर गरीब परिवार की एक महिला को लखपति बनाने की गारंटी दी है जो यकीनन तीन करोड़ से बहुत ज़्यादा होगी, यही नहीं महिलाओं को नौकरियों में भी पचास प्रतिशत आरक्षण देने की गारंटी है, महिलाओं के लिए नौकरियों पर अलग से गारंटी। संकल्प पत्र के तीसरे स्तम्भ गरीब पर भाजपा ने अपने आज़माये हुए नुस्खे यानि पांच किलो मुफ्त अनाज को जारी रखने की बात कही है, इसके अलावा तीन करोड़ पक्के घर देने की बात कही वहीँ कांग्रेस ने मनरेगा की मज़दूरी 400 रूपये करने और हर मज़दूर को इलाज के लिए 25 लाख रूपये तक गारंटी दी हैं, इसमें गरीब महिलाओं को सालाना एक लाख की आर्थिक मदद को जोड़ सकते हैं.
भाजपा के संकल्प पत्र के चौथे स्तम्भ किसान के लिए भाजपा ने ऐसा कोई भी एलान नहीं किया जिसकी चर्चा की जा सके, वहीँ कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र में MSP की कानूनी गारंटी देने का वादा किया गया है, किसानों के क़र्ज़ माफ़ी की बात कही गयी है, इसके अलावा खेती के लिए उपयोग में आने वाले उपकरणों को GST फ्री करने की गारंटी दी गयी. दोनों ही पार्टियों के घोषणापत्र में इनके अलावा कई अन्य गारंटियों की बात कही गयी है। कांग्रेस जहाँ जातिगत जनगणना कराने की बात कर रही है तो भाजपा समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा कर रही है. कांग्रेस जहाँ देश में हिस्सेदारी न्याय की बात कर रही है तो भाजपा एक देश एक चुनाव का संकल्प ले रही है.
पीएम मोदी के इस संकलप पत्र में जीरो बिल की बात कही गयी है जो वो पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से पूरा करेंगे, वहीँ कांग्रेस और उसके सहयोगी दल 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली की बात कर रहे हैं. भाजपा के इस संकल्प पत्र में आयुष्मान योजना में वरिष्टतम नागरिकों यानि 70 साल से ज़्यादा उम्र के नागरिकों को जोड़ने की बात कही गयी है और इसमें अमीर और गरीब सभी वर्ग के लोग शामिल है, जो एक सराहनीय प्रयास होगा। वैसे आयुष्मान की हकीकत धरातल पर वैसी नहीं जैसी बताई जाती है और प्रचारित की जाती है. दोनों पार्टियों के घोषणा पत्र काफी लम्बे चौड़े हैं, यहाँ हमने दोनों की तुलना के लिए सिर्फ मेन मुद्दों पर बात की है, फैसला आपको करना है, आप किसके मेनफेस्टो से सहमत हैं.