जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रविवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद कहा कि इस बार राज्य में भाजपा का सफाया हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में हरियाणा के साथ ही चुनाव होने थे, लेकिन सरकार को डर है कि हम वह चुनाव हार जाएंगे। मैं कहता हूं कि आप कभी भी चुनाव करा सकते हैं, लेकिन आप हारने वाले हैं। मैंने उद्धव ठाकरे को अपना समर्थन दिया है। मैं उनके चुनाव प्रचार में भी आऊंगा और उनकी विजय यात्रा में भी जाऊंगा।
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मलिक ने कहा कि भाजपा को न सिर्फ बड़ा झटका लगेगा, बल्कि राज्य में पार्टी का सफाया भी हो जाएगा। इस चुनाव में उद्धव ठाकरे की अहम भूमिका होगी। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने एमवीए को अपना पूरा समर्थन दिया है और मैं इसके लिए प्रचार भी करूंगा।
उद्धव ठाकरे से मुलाकात से ठीक एक दिन पहले शनिवार को मलिक ने कहा था कि महाराष्ट्र चुनाव का देश के राजनीतिक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के चुनाव परिणाम भाजपा के ताबूत में आखिरी कील का काम करेंगे। महाराष्ट्र देश को दिशा देगा।
इसके अलावा पूर्व राज्यपाल ने महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव में देरी के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की थी और कहा था कि विपक्षी दलों से हारने के डर से ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने अनुमान लगाया कि हरियाणा में कांग्रेस को 60 सीटें मिल सकती हैं, जबकि भाजपा को सिर्फ 20 सीटें मिल सकती हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं। यहां नवंबर में चुनाव हो सकते हैं। चुनाव को ले कर राजनीतिक दलों ने राजनीतिक समीकरण बैठाना शुरू कर दिया है। राज्य में एक तरफ महायुति है जो सत्ता में है। इसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है। दूसरी ओर महा विकास अघाड़ी है, जिसमें कांग्रेस, उद्धव गुट की शिवसेना और शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी शामिल है।