महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के चयन और सरकार के गठन को लेकर गुरुवार को दिल्ली में मंत्रणा का दिन रहा। महायुति के टॉप नेता देश की राजधानी पहुंचे और देर रात तक भाजपा के चाणक्य अमित शाह के साथ बैठक की। फडणवीस, शिंदे और पवार से मिलने से पहले अमित शाह ने एकनाथ शिंदे से अकेले में बैठक की। इन बैठकों के नतीजों के बारे में अभी कोई बात निकलकर सामने नहीं आयी है क्योंकि कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, हालाँकि कहा ये जा रहा है दिल्ली की बैठकों में मुख्यमंत्री से लेकर सरकार के गठन तक सबकुछ तय हो चूका है. उधर एकनाथ शिंदे मुंबई वापस पहुंचकर अपने गाँव के लिए निकल गए हैं जिससे कई तरह बातें हवा में तैरने लगी हैं.
अब दिल्ली की बैठक में हए समझौते के बारे में जो अनौपचारिक जानकारी सामने आ रही उसके अनुसार महाराष्ट्र में एक सीएम और 2 डिप्टी सीएम का पैटर्न बरकरार रहेगा, सीएम इसबार भाजपा से होगा। मंत्रालयों के बंटवारे की बात फाइनल हो गयी है जिसके तहत गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते, भाजपा को 22 मंत्रालय मिलेंगे, शिवसेना शिंदे को 12 और एनसीपी को 9 मंत्रालय मिलेंगे। जहाँ तक शपथ ग्रहण समारोह की बात है तो वह 2 दिसंबर को होने की संभावना है। इसलिए नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कभी भी हो सकती है।
जानकारी के मुताबिक पेंच एकनाथ शिंदे की सरकार में भागीदारी को लेकर फंसा हुआ है, भाजपा उन्हें डिप्टी सीएम के रूप में देखना चाहती है और शिवसेना प्रमुख की इस पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. शिंदे की इस ज़िद को कुछ राजनीतिक पर्यवेक्षक सौदेबाजी की रणनीति के रूप में देखते हैं। मंत्रालयों की संख्या भले ही तय हो गयी है लेकिन विभागों पर फैसला अभी नहीं हुआ है. शिवसेना गृह, शहरी विकास, लोक निर्माण जैसे प्रमुख विभाग चाहती है और भाजपा गृह विभाग किसी भी हालत में अपने किसी भी सहयोगी को नहीं दे सकती। वहीँ एनसीपी की नज़र वित्त और कुछ अन्य प्रमुख मंत्रालयों पर है जिसमें सहकारिता और कृषि मंत्रालय भी शामिल है.