महाकुंभ में रविवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में कल शाम करीब 4 बजे गीता प्रेस गोरखपुर के कैंप में जो आग लगी थी, उसकी डिटेल अब सामने आ चुकी हैं। कल कहा गया था कि आग ने 30 झोपड़ियों को अपनी चपेट में लिया है लेकिन यह संख्या कहीं ज़्यादा है, डिटेल के मुताबिक कल लगी आग से करीब 180 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं। आग की चपेट में पांच बाइक और पांच लाख रुपये नकद भी आ गए।
हादसे के दौरान झोपड़ियों में रखे 10 से ज्यादा गैस सिलेंडर फट गए लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई। आग में हरियाणा और सिलीगुड़ी के दो लोग झुलस गए हैं जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीँ गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने ने कल एक बड़ा आरोप लगाया, उनके मुताबिक आग किसी ने बाहर से फेंकी है. उन्होंने बताया कि करीब 180 झोपड़ियां बनाई गई थीं. सभी को कड़ाई से निर्देश था कि आग से संबंधित काम न किये जांय। खेमका के मुताबिक जिस इलाके में हमने बाउंड्री बनाई थी, वह सर्कुलेटरी एरिया घोषित था। मुझे नहीं पता कि प्रशासन ने वह जगह किसे दी थी। वहां से कोई आग वाली चीज हमारी तरफ आई और आग फैल गई।
उन्होंने यह भी बताया कि उनका किचन टिन शेड का था, लेकिन वह कंक्रीट का था। हालांकि अब उनमें से कुछ भी नहीं बचा है सब कुछ ख़ाक हो गया है। आग में करोड़ों का सामान जलकर राख हो गया है, बस गनीमत रही कि कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। महाकुंभ मेले में कल आग लगने के दौरान कुछ देर के लिए अफरा-तफरी फ़ैल गयी थी। आग लगने के बाद कैंप में चीख पुकार मच गयी, लोग पानी लेकर दौड़े लेकिन कुछ ही मिनटों में आग की लपटों ने झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया था। तेज़ हवा ने आग को और भड़काया और एक के बाद एक अन्य टेंट भी आग की चपेट में आ गए। 15 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।