खारदुंग ला दर्रा –
लेह से 40 किमी दूर खारदुंग ला दर्रा मध्य एशिया में कशगर को लेह से जोड़ने वाला ऐतिहासिक मार्ग है. समुद्र तल से लगभग 5602 मीटर (18,380 फीट) की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा विश्व का सबसे ऊँचा दर्रा है. “श्योक”और “नुब्रा” घाटियों को जोड़ने वाला यह दर्रा मोटर साइकिल और पहाड़ों के बाइक अभियान के लिए विश्व प्रसिद्ध है.
रोहतांग दर्रा –
समुद्र तल से 4,111 मीटर की ऊँचाई पर स्थित रोहतांग दर्रा हिमालय (भारत) में स्थित एक प्रमुख दर्रा है. हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक इस दर्रे को लाहोल और स्पीति जिलों का प्रवेश द्वार कहा जाता है.
कोंकण राष्ट्रीय राजमार्ग 17 –
पाँवेल के जरिये मुम्बई को कोच्चि से जोड़ने वाली 582 किलोमीटर की यह सड़क महाराष्ट्र, गोवा, केरल और कर्नाटक को जोड़ती है. मुम्बई-गोवा राजमार्ग के नाम से जानी जाने वाली यह सड़क पहाड़ियों, नदियों और वनों से गुजरते हुए पश्चिम में अरब सागर की ओर जाती है जिसके दोनों ओर धान के खेत और नारियल के पेड़ एक विहंगम दृश्य की रचना करते दिखते हैं.
किन्नौर मार्ग –
इस मार्ग पर सफर करते हुए शाहबलूत से बुरूंश और लाल-पीले सेबों के ब़ागों से होते हुए किन्नौर कैलाश चोटी के जरिये प्रकृति को अपनी मनमोहक छवि को बदलते देखा जा सकता है.