बिना दवाओं के किये जाने वाला उपचार है योग
सुनील शर्मा
न्यूज डेस्क। करें योग, रहें निरोग, यह कहावत सदियों पुरानी है मगर आज भी अपनी सार्थकता को पूर्णतया साबित कर रही है। समय बदलने के साथ हम योग को योगा कहने लगे हैं। सामान्यतयाः लोग योग को शारीरिक बल में वृद्धि के लिये की जाने वाली कसरत के रूप में जानते हैं। किंतु योग शारीरिक क्षमता में वृद्धि ही नहीं करता बल्कि मानसिक क्षमता का भी विकास करता है। योग बिना दवाओं के किये जाने वाला एक ऐसा उपचार है जो कई गंभीर बीमारियों को शरीर से दूर रखने या जड़ से खत्म करने की सामर्थ्य रखता है। योग शरीर को शक्ति प्रदान करने के साथ उसे लचीला बनाता है। नियमित योग करने से न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है बल्कि यह तनाव दूर करने, अच्छी स्मरण शक्ति पाने में बेहद लाभकारी होता है। नियमित योग किये जाने से शारीरिक सौंदर्य में भी निखार आता है। तन-मन से लेकर मस्तिष्क तक को स्वस्थ रखना है तो नियमित योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद लाभकारी है।
योग की शुरूआत भारत से हुई थी और आज संपूर्ण विश्व में योग भारतवर्ष की पहचान बन चुका है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तिगत रुझान और अथक प्रयासों के फलस्वरूप आज पूरे विश्व में 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। योग गुरु के रूप में अपनी पहचान बना चुके भारतवर्ष में लोग अपनी जीवनशैली में योग को अभिन्न अंग के तौर पर शामिल कर रहे हैं। और ऐसा सिर्फ योग के व्यापक प्रचार-प्रसार की बदौलत ही नहीं हुआ बल्कि योग से आमजन को मिलने वाले स्वाथ्य और मानसिक लाभ की बदौलत संभव हो पाया है।
आइये सबसे पहले बात करते हैं योग से होने वाले शारीरिक लाभ की। प्राचीन काल से ही लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिये योग करते थे। हालांकि उस समय योग क्रियाओं के बारे में कुछ विशिष्ट व्यक्ति ही जानते थे और इसके बारे में सबको बताना भी वर्जित था। नियमित रोग से शारीरिक बल में वृद्धि होती है और शरीर का रक्त संचार नियंत्रित रहता है। जिम में जाकर एक्सरसाइज करने से शरीर के कुछ अंगों की ही कसरत हो पाती है। किंतु योग करने से शरीर के प्रत्येक अंग पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है।
जिम में की गयी कसरत से जहां शरीर सख्त हो जाता है वहीं योग क्रियाएं शरीर को लचीला और फुर्तीला बनाती हैं। नियमित योग से पाचन क्रिया सुदृढ होती है जिससे भूख अधिक लगती है और भोजन के पौष्टिक तत्वों को भी शरीर पचा लेता है। योग न सिर्फ हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि शरीर से अतिरिक्त चर्बी को हटा कर वजन कम करता है। नियमित योग करने से मानसिक लाभ भी मिलता है। योग के अन्र्तगत मेडिटेशन अर्थात ध्यान लगाने से तनाव दूर होता है और एकाग्रता व याददाश्त क्षमता में अत्याधिक वृद्धि होती है।
वहीं योग शरीर की बीमारियों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाता है। नियमित योग से कोलेस्ट्रोल, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर को भी शरीर से दूर रखा या बाहर निकाला जा सकता है। दिल की बीमारियों और शरीर से जुड़ी सभी प्रकार की समस्या का समाधान योग में समाहित है। कुछ योग क्रियाएं आर्थराइटिस, कमर दर्द आदि में बेहद लाभकारी होती हैं। वहीं अनेक शोधों से साबित हुआ है कि नियमित तौर पर योग करने से सांस से जुड़ी हुई बीमारियां शरीर पर हावी नहीं होती। दमा, नजला, टांसिल और एलर्जी जैसे रोगों में भी योग करना बेहद लाभकारी होता है।