नई दिल्ली: ज़्यादातर लोगों को लगता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए, लेकिन ये सच नही है. पहले तिमाही में बेशक आपको बहुत थकान और मिचली की वजह से पार्टनर से क्लोज़ होने का मन ना करे. लेकिन दूसरे ट्राइमेस्टर (3 से 6 महीने) के दौरान उलटियां अमूमन आनी बंद हा जाती हैं और आप पहले से अच्छा महसूस करने लगती हैं. आपकी बॉडी में लव हार्मोन्स (ऑक्सीटॉकिन) बढ़ने लगते हैं. दरअसल, प्रेग्नेंसी के दूसरे ट्राइमेस्टर में आपका ब्लड फ्लो और स्राव दोनों बढ़ जाते हैं. इस वजह से लव हार्मोन्स की मात्रा भी बढ़ती जाएगी. इस पूरी प्रक्रिया को Chadwick भी कहते हैं. इस दौरान वेजाइना में सूजन आने लगती है और लूब्रकन्ट भी बढ़ जाता है. ऐसे में पार्टनर के साथ इंटिमेट का होने का मन करने लगता है. हालांकि प्रेग्नेंसी में सेक्स को लेकर ढेर सारी ऐसी बातें की जाती हैं जिनमें कोई सच्चाई नहीं होती है.
विशेषज्ञ के अनुसार प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से भ्रूण को कोई नुकसान नहीं पहुँचता क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान वेजाइना खुद ही स्ट्रेच होकर थोड़ी बड़ी हो जाती है. इसी वजह से गर्भाशय के बाहरी तरफ म्यूकस की भारी लेयर जम जाती है, जिससे सेक्स के दौरान बच्चा यूट्रेस के अंदर सुरक्षित रहता है.
सेक्स के बाद ब्लीडिंग होने का मतलब है मिसकैरेज या डैमेज होना होना नहीं होता| गर्भाशय के सेंसिटिव होने की वजह से सेक्स के बाद थोड़ा ब्लड निकल सकता है, जो कि सामान्य बात है. लेकिन अगर ब्लीडिंग ज़्यादा हो तो तुरंत डॉक्टर से बात करें.
प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से वेजाइनल इंफेक्शन तभी हो सकता है जब आपके पार्टनर को कोई सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिसीज़ ना हो| इसलिए सफाई का ध्यान रखना चाहिए|
प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से कई फायदे होते हैं| जैसे– इससे आपकी पेल्विक मसल्स मज़बूत होती हैं. प्रेग्नेंसी में सेक्स से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है. इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है. नींद अच्छी आती है. और पार्टनर्स के बीच प्यार बना रहता है. इसीलिए प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से घबराने की ज़रूरत नहीं वाइल्ड होने से बचने की ज़रुरत है|