Mahaarti 2022: पांच पहर की महाआरती के बीच सुबह चार बजे से शुरू होगा जलाभिषेक

शिवरात्रि पर औघडनाथ मंदिर में पांच प्रहर आरती का आयोजन किया जाएगा। शिवरात्रि पर बाबा का जलाभिषेक प्रात:चार बजे आरती के बाद शुरू होगा। इसके बाद साढ़े 12 बजे के आसपास साफ सफाई के दौरान कुछ देर के लिए मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद पूरी रात जलाभिषेक किया जाएगा। जलाभिषेके के बीच ही शाम सात बजे, रात्रि 11 बजे व एक बजे आरती होगी। इस शिवरात्रि और आज सावन के दूसरे सोमवार को शनि दोष से पीड़ित राशि वालों शिव पूजन व जलाभिषेक करना फलदायी माना गया है। इससे शनि दोष के प्रभाव कम होंगे। इसी के साथ शिव चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करना काफी लाभकारी माना जाता है। आज सोमवार को प्रदोष व्रत है। जब द्वादशी और त्रयोदशी तिथियों का संयोग एक दिन बनता है तो उस दिन प्रदोष होता है। प्रदोष का व्रत काफी फलदायी माना गया है।
मान्यता है इस दिन शिव पार्वती की विशेष पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। आज प्रदोष के दिन शिव पूजा में जल, दूध, गंगाजल,पंचामृत, धतूरा, बिल्व पत्र, गुलाब, आंकड़े के फूल, चंदन, शहद, इत्र व भस्म चढ़ाना चाहिए। इन सब चीजों को अर्पित करने के पश्चात ही धूप-दीप जलाएं।