देहरादून। आज सूर्य ग्रहण के चलते सुबह करीब 4ः00 बजे गंगोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए गए। कपाट अब शाम को 6 बजे के बाद ही श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। इसे अलावा प्रदेश के प्रसिद्ध चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री सहित अन्य मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। चारों धाम के कपाट बंद होने से दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को मायूसी हुई। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने चारों धाम के बाहर डेरा डाला हुआ है। सूर्य ग्रहण के कारण इन चारों धाम के कपाटों को बंद किया गया है।
चारों धाम में ग्रहण काल के दौरान मंदिरों में दर्शन, पूजन, आरती नहीं होगी। बता दें कि इसके अलावा आगामी 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम, 27 अक्तूबर को केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तैयारी चल रही है। 26 अक्तूबर को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। चारधामों में इस बार रिकार्ड 44 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
आज शाम सूर्यास्त होगा उसके चंद घंटों पहले देश में साल का आखिरी आंशिक सूर्य ग्रहण लग जाएगा। दीवाली के दूसरे दिन लगने वाला सूर्य ग्रहण इस बार तुला राशि में लग रहा है। यह सूर्य ग्रहण भारत में शाम 4 बजे के बाद अधिकांश जगहों पर दिखाई देगा।
मान्यता है कि ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित होता है। लेकिन ग्रहण के दौरान मंत्रों के जाप करके ग्रहण के प्रभाव को कम करते हैं। ग्रहण लगने पर खाने-पीने की चीजों में तुलसी पत्ते डाले जाते हैं। माना जाता है ग्रहण के दौरान दूषित किरणें और नकारात्मक ऊर्जा फैली होती है। इसी वजह से खाने-पीने की चीजों में हानिकारक बैक्टीरियां फैलता है। तुलसी में कई तरह के औषधि गुण होते हैं। इसलिए ग्रहण लगने पर खाने-पीने के चीजों में तुलसी के पत्ते डाले जाते हैं। ग्रहण खत्म होने पर स्नान किया जाता है और पूरे घर में गंगाजल का छिडकाव करते है।