ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक से काफी वृद्धि हो गई है। जिसके चलते सरकार की ओर बनाई गई पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। इसके चलते रजिस्ट्रेन पूरी तरह से फुल होने से सात दिन के लिए ऑफलाइन काउंटर बंद कर दिया गया। जिससे चारधाम यात्रा पर आए हजारों श्रद्धालुगण ऋषिकेश में फंसे हुए हैं। चारधाम यात्रा के लिए आफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने से श्रद्धालुगण बस अडडे परिसर, धर्मशाला और होटलों में पनाह लिए हुए हैं।
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उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अनुसार आने वाले सात दिनों के लिए चारों धामों में रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। चार धामों की श्रद्धालुगण क्षमता के अनुसार सात दिन के लिए सभी स्लॉट बुक होने से चारधाम यात्रा के लिए काउंटर पर रजिस्ट्रेशन नहीं हैं। जब रजिस्ट्रेशन के स्लॉट उपलब्ध होंगे। उसके बाद ही श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो सकेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित ऑफलाइन काउंटर बंद कर दिए गए हैं। पर्यटन विभाग के संज्ञान में आया कि कुछ यात्री ऑफलाइन माध्यम से अगले महीनों का पंजीकरण करा रहे हैं। लेकिन पंजीकरण करने के दिन ही वो चारधाम यात्रा पर निकल जाते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे यात्रियों के वाहनों को यात्रा मार्ग पर पंजीकरण की जांच के दौरान रोका जा रहा है।
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पर्यटन सचिव बोले- क्षमता से अधिक यात्री पहुंचने से यात्रा में दी गई व्यवस्थाएं बिगड़ रही हैं। ऑफलाइन पंजीकरण का उद्देश्य श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान सुविधा उपलब्ध करवाना है। लेकिन क्षमता से अधिक पंजीकरण फुल होने से काउंटरों पर रजिस्ट्रेशन अब संभव नहीं है। चारों धामों पर क्षमता से अधिक यात्री पहुंचने से पुलिस और प्रशासन को भीड़ को नियंत्रण करने में परेशानी आ रही है।