देहरादून। कल से हो रही बारिश और बर्फबारी से उत्तराखंड में जीवन रूक गया है। बर्फबारी के येलो अलर्ट के बीच मौसम काफी बिगड़ गया है। बदरीनाथ केदार नाथ, हेमकुंड साहिब सहित सभी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हो रही है। जबकि निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई है। मौसम में आए बदलाव से ठंड लौट आई है। केदारनाथ में बर्फबारी होने से चार इंच बर्फ जम गई है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर रामबाड़ा से केदारनाथ तक बर्फ हटाने का काम जारी है। लेकिन बर्फबारी लगातार जारी है। केदारनाथ में बर्फबारी से कोई नुकसान नहीं हुआ है। यहां सभी कॉटेज व पुनर्निर्माण कार्य पूरी तरह से सुरक्षित हैं। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ समेत तीन सदस्यीय दल दो दिन से धाम में मौजूद है। खराब मौसम के चलते दल परिसंपत्तियों का निरीक्षण पूरा नहीं कर पाया है।
केदारनाथ में मौजूद बीकेटीसी के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि मंदिर परिसर, मंदिर मार्ग से लेकर अन्य स्थानों पर सभी संपत्तियों को कोई क्षति नहीं हुई है। प्रवचन हॉल, इग्लो हट्स क्षेत्र में करीब दो फीट बर्फ जमी है। आगामी यात्रा के लिए केदारनाथ में यात्री सुविधाओं को लेकर जो कार्य होने हैं, उसके लिए स्थान चिह्नित किए गए हैं।
कपाट खुलने के दिन से धाम में जगह-जगह पर साइनेज और डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाने के लिए लिए स्थान तय किए जा रहे हैं। केदारपुरी में आंतरिक पैदल मार्गों को भी यात्रा से पहले दुरूस्त कर दिया ज़ाए़़गा। केदारनाथ में एमआई-26 हेलीपैड के समीप बनाए गए कॉटेज सुरक्षित हैं। बता दें कि जून 2013 की आपदा के बाद धाम में अतिथियों, अधिकारी-कर्मचारियों के निवास के लिए कॉटेज बनाए गए थे। यहां वन-बीएचके और टू-वीएचके के 20 से अधिक कॉटेज बनाए गए हैं। मौसम विभाग ने तीन दिन तक बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है।