Uttarakhand News: मरीजों को एंबुलेंस में अस्पताल तो पहुंचाया जाता है, लेकिन तस्कर अब इसका उपयोग नशे के सामान की तस्करी के लिए भी करने लगे हैं। ऐसा ही मामला उत्तराखंड के अल्मोड़ा में आया है। बीते सोमवार को पौड़ी जिले की एक एंबुलेंस में दो क्विंतल से अधिक गांजा भरकर अल्मोड़ा पहुंचा दिया गया। गांजा सल्ट के सराईखेत से काशीपुर ले जाया जा रहा था, लेकिन बीच रास्ते में ही पुलिस ने इस काले कारनामे का पर्दाफाश करने में कामयाबी हासिल की। चालक को गिरफ्तार किया गया जबकि दूसरा आरोपी फरार होने में कामयाब रहा।
सायरन बजाकर कर रहा था गुमराह
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बीते सोमवार शाम टीम घट्टी, टोटाम, डबरा सौराल में गश्त करते हुए मोहान बैरियर पहुंची, जहां वाहनों की चेकिंग शुरू हुई। इसी दौरान सायरन बजाते हुए तेज रफ्तार आ रही एंबुलेंस संख्या एमपी 17 जी 3387 को रोका गया। पूछताछ में चालक ने मरीज को रामनगर ले जाने की बात कही, लेकिन एंबुलेंस में कोई मरीज मौजूद नहीं था।
ऐसे हुआ खुलासा
इस पर पुलिस को शक हुआ तो टीम ने एंबुलेंस की तलाशी ली। टीम ने एंबुलेंस से 16 कट्टों में भरा 218 किलो गांजा बरामद किया। चालक ने पूछताछ में अपना नाम रोशन लाल पुत्र चमन लाल (38), निवासी स्युन्सी, थलीसैंण, पौड़ी गढ़वाल बताया, जिसे गिरफ्तार किया गया। जबकि चालक के बगल में बैठा उसी के गांव का धर्मेन्द्र पुत्र राजेन्द्र मौका देखकर फरार हो गया।
एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज
सीओ रानीखेत टीआर वर्मा ने कहा कि आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है और फरार आरोपी की खोजबीन की जा रही है। टीम में थानाध्यक्ष भतरौंजखान मदन मोहन जोशी, हेड कांस्टेबल आनंद, संदीप सिंह, योगेश कुमार, देवेंद्र प्रताप शामिल रहे।