1200 दिनों से भी ज़्यादा दिनों के बाद शतकों के शहंशाह ने टेस्ट क्रिकेट में चल रहे शतक के सूखे को आज अहमदाबाद टेस्ट के चौथे दिन ख़त्म किया। यह उनका 28वां टेस्ट शतक है साथ ही 75वां इंटरनेशनल शतक भी है. विराट के इस शतक का भारतीय फैंस को बड़ी बेसब्री से इंतज़ार था. देखा जाय तो विराट के बल्ले से बहुत सही समय पर यह शतक आया है क्योंकि WTC के फाइनल में उनका यह टेस्ट शतक काफी काम आएगा। यकीनन 40 महीनों बाद शतक आने से विराट कोहली का हौसला भी बढ़ेगा। विराट ने अपना पिछला टेस्ट शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था उसके बाद से शतक उनके बल्ले से रूठ ही गया.
241 गेंदों में आया शतक
विराट ने 241 गेंदों में अपनी सेंचुरी पूरी की. विराट ने जैसे ही 139वें ओवर की दूसरी गेंद पर सिंगल बनाया पूरा स्टेडियम झूम गया. कोहली ने भी अपने लॉकेट को चूम कर अपने 28वे टेस्ट शतक का जश्न मनाया. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाने वाले वो दूसरे भारतीय बन गए हैं. ये ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका आठवाँ टेस्ट शतक है, उनसे ज़्यादा 11 सचिन तेंदुकलर ने बनाये है. वहीँ सभी फॉर्मेट में शतक की बात है तो उसमें भी यही दोनों बल्लेबाज़ इसी पोजीशन में हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट ने 16 शतक जड़े वहीँ सचिन के नाम 20 शतक हैं.
महान गावस्कर की बराबरी
इस शतक के साथ ही विराट ने महान सुनील गावस्कर की भी बराबरी की है. गावस्कर ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 टेस्ट शतक बनाये हैं. गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 20 मैचों में आठ शतक बनाये थे जबकि कोहली ने 24 मैचों में यह कमाल कर दिखाया है. विराट ने अपने पहले 25 शतक 184 पारियों में जड़े, अगले 25 शतक के लिए उन्होंने 164 पारियां खेलीं वहीँ अगले 25 शतक के लिए उन्हें 204 पारियां खेलनी पड़ी. इसकी वजह यह रही कि पिछले दो तीन सालों में उनके बल्ले से बहुत कम शतक निकले।