पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ किसी भी विदेशी कोच को काम करने में बहुत समस्या आती है यही वजह है कि पीसीबी से मतभेद के बाद पाकिस्तान की सफेद गेंद टीम के मुख्य कोच गैरी कर्स्टन ने इस्तीफा देने का फैसला किया. सिर्फ चार महीने पहले ही उन्हें पाकिस्तान की सफ़ेद बाल क्रिकेट टीम का हेड कोच बनाया गया था लेकिन इन चार महीनों में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में इतनी उथल पुथल हुई कि गैरी कर्स्टन को तौबा करनी पड़ी, बताया जा रहा है कि अब ये ज़िम्मेदारी टीम के चीफ सेलेक्टर आकिब जावेद को मिलने वाली है जिन्होंने टेस्ट टीम से बाबर आज़म को बाहर करने में मुख्य किरदार निभाया और इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शर्मनाक हार के बाद अगले दो टेस्ट में विशुद्ध स्पिन पिचें बनवाकर टेस्ट श्रंखला जीतने में अहम् भूमिका निभाई।
दरअसल आकिब जावेद के पीसीबी में आने के बाद बहुत कुछ बदल गया, उनके आने के बाद गैरी कर्स्टन के अधिकारों में कटौती की गयी और गैरी कर्स्टन बिना अधिकार के कोचिंग के पक्ष में नहीं थे, उन्हें नियुक्ति के समय मजबूत अधिकार का आश्वासन दिया था, चयन के मामलों में उनके पास मजबूत अधिकार होने की बात कही गई थी।
सूत्रों ने कहा कि कर्स्टन टीम चयन में वोटिंग पावर वापस लेने से खुश नहीं थे। कर्स्टन और गिलेस्पी बाबर आज़म को आराम देने के पक्ष में बिलकुल भी नहीं थे. जिम्बाब्वे दौरे के लिए गैरी कर्स्टन के प्रस्ताव में बाबर आजम टीम का हिस्सा थे, उनका मानना है कि बाबर आजम को दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले जिम्बाब्वे में खेलना चाहिए ।
गैरी कर्स्टन ने बात न मानने पर टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया न जाने की धमकी दी थी, जिसके बाद पीसीबी अपने रुख पर अड़ा रहा. गैरी कर्स्टन ने पीसीबी समझौते के मुताबिक पाकिस्तान में रहने से इनकार कर दिया था. सूत्रों के मुताबिक, अनुबंध को लागू न करने के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ उनके मतभेद हो गए।