देहरादून। अपनी ताजपोशी के ठीक पहले ही दिन करण माहरा ने महफिल लूट ली। प्रदेश अध्यक्ष बनने के ऐलान के बाद करण माहरा देहरादून पहुंच चार्ज लेना छोड़ पहुंच गए सचिवालय के गेट पर। सचिवालय के गेट पर पहुंचे करन माहरा ने सरकार के विरोध में जमकर नारे बाजी की।
दरअसल सचिवालय के गेट के सामने सहकारिता भर्ती घोटाले को लेकर धरना दिया जा रहा था। जिसमें शामिल होने के लिए माहरा ने प्रदेश अध्यक्ष का चार्ज लेना टाल दिया और सरकार के खिलाफ चल रहे विरोध में शामिल होना उचित समझा। चार्ज लेने से पहले करण महारा ने सरकार के खिलाफ भर्ती घोटाले के विरोध में शामिल होकर अपने इरादे तो जाहिर कर दिए है। करण माहरा के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंचे गए।
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आपको बता दें कि सहकारिता भर्ती घोटाले मामले में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सोमवार को सचिवालय के बाहर धरना देने का ऐलान किया था। करण माहरा मीडिया से बात करते हुए कहा कि भर्ती घोटाले में भले ही सरकार जांच कर रही हो लेकिन मंत्री अपने पद पर बने हुए हैं यह इस बात की ओर इशारा करता है कि दूध की रखवाली में बिल्ली को बैठा दिया है। करण माहरा ने सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत का इस्तीफा मांगते हुए विधायकों की कमेटी या फिर पूर्व न्यायाधीश के नेतृत्व में बनी कमेटी से जांच कराने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा सहकारिता विभाग में यह भर्ती घोटाला सरकार की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में जांच के लिए जो विभागीय टीम बनाई गई है वह किसी भी तरह से निष्पक्ष नहीं दिखाई दे रही है। इसलिए इस घोटाले की जांच को के लिए पूर्व न्यायाधीश के अगुवाई में समिति का गठन किया जाना चाहिए।