Jamiat Ulema e Hind: देशभर में मुसलमानों की समस्याओं को उठाने और इस्लाम धर्म के मुद्दों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाला जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अब मुसलमान युवकों का यूथ क्लब बनाने की घोषणा की है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मुसलमान युवकों को संगठित कर यूथ क्लब का गठन कर रहा है। इसके साथ ही अगले 10 सालों में भारत में सवा करोड़ मुसलमान युवाओं इस यूथ क्लब से जोड़ने का टारगेट रखा है। बताया गया कि संगठन को इसलिए खड़ा किया जा रहा है कि जब कोई बात हो तो संगठन के युवा एक साथ संगठित होकर खड़े हो सके और अपने संप्रदाय और हितों की रक्षा कर सकें।
देवबन्द में आयोजित जमीअत उलेमा-ए-हिंद के कार्यक्रम में घोषणा
2018 में इस्लामिक नगरी देवबन्द में आयोजित जमीअत उलेमा-ए-हिंद के कार्यक्रम में घोषणा की गई थी। इस कार्यक्रम में यूथ क्लब का परिचय कराया गया था। कार्यक्रम के दौरान क्लब के युवाओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया था। इस मौके पर जमीयत उलेमा हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने मुसलमान युवाओं को जोड़ने के लिए ‘जमीयत यूथ क्लब’ का परिचय भी दिया था।
मौलाना मदनी ने कहा था कि आने वाले दस सालों में सवा करोड़ युवाओं कों जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इसका मकसद दस हजार मुसलमान युवाओं को प्रशिक्षण देकर तैयार करना है। एक सार्वजनिक प्रदर्शन फरवरी 2019 में आयोजित किया गया था। मौलाना मदनी ने यूथ क्लब का उद्देश्य भी बताया था। मौलाना मदनी के अनुसार जमीयत का उद्देश्य ऐसे लोगों को तैयार करना है जो मुस्लिम हितों के रक्षक और सच्चे सेवक बन सकें और जरूरत पड़ने पर मुस्लिम हितों की खुद से रक्षा कर सकें।
मुसलमान की नई पीढ़ी को कोई सही राह
उन्होंने बताया कि ये महसूस किया जा रहा था की मुसलमान की नई पीढ़ी को कोई सही राह देनी चाहिए। कई साल पहले ये ख्याल आया कि भारत स्काउट एंड गाइड एक ऐसी संस्था है। जिसमें फिजिकल फिटनेस के साथ लोगों की जहनी तबीयत यानी उसकी मानसिकता को बदलने पर काम किया जाए। इसी तरह से पूरी उसमें एक सिलेबस मौजूद है। इसमें बताया गया है कि कैसे युवाओं को अपने मां-बाप के साथ व्यवहार करना है। कैसे पड़ोसियों के साथ सलीके से रहना है। कैसे मुसीबत आने पर लोगों की मदद करनी है जमीयत उलेमा खुद बड़ा काम करती है। देश में जहां भी जरूरत होती है तो हमें अपने कार्यकर्ताओं की जरूरत होती है। जो पूरी तरह से प्रशिक्षित हो सकें। इसलिए ये काम शुरू किया गया है। जमीयत उलेमा ए हिंद का यूथ क्लब बनाकर लोगों को काम करने और आगे बढ़ने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
ये है जमीयत की यूथ ब्रिगेड की तैयारी
100 युवाओं के तेज तर्रार जत्थे तैयार किए गए हैं। हर साल देश में 12.5 लाख मुस्लिम युवाओं को तैयार किया जाएगा। 2028 तक देश में सवा करोड़ मुस्लिम युवाओं को ट्रेड कर जमीयत यूथ ब्रिगेड से जोड़ा जाएगा। जमीयत ने दो एक्शप प्लान तैयार किए हैं। जिसमें पहला देश के पांच राज्यों के 16 जिलों में हर 40 युवाओं यानी 640 यूथ को चुना गया था। इनको ट्रेनिंग दी गई है। दूसरे प्लान में जनवरी 2019 में 100 जिलों में 2200 युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया था। जनवरी 2019 तक करीब 10 हजार युवाओं को तैयार किया गया है। इसके साथ ही साल 2028 तक सवा करोड़ मुस्लिम युवाओं को ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाएगा। युवाओं की ट्रेनिंग का पूरा खर्च जमीयत उठा रही है। जमीयत उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि मुसलमानों को इतना मजबूत होना चाहिए कि कोई भी बाहरी ताकत उनका कुछ नहीं बिगाड़ सके। ऐसे युवा तैयार कर सकें तो अपनी रक्षा के साथ ही लोगों की सुरक्षा और उनकी सेवा कर सकें।