ईरान ने इजरायल पर कल रात सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, इजरायली मीडिया के मुताबिक, तेल अवीव में दर्जनों विस्फोट हुए और राजधानी समेत पूरे इजरायल में सायरन बजते रहे, सभी नागरिकों को बॉम्ब शेल्टर में जाने का आदेश पहले ही दिया जा चूका था. ईरान ने नागरिक या आर्थिक ठिकानों की जगह इजराइल के सैन्य ठिकानों पर हमला किया। जानकारी के मुताबिक ईरान की तरफ से दागे गए 200 के करीब मिज़ाइलों में 90 प्रतिशत से अधिक निशाने पर लगे और इसरायली सेना को बड़े पैनाम्ने पर नुक्सान उठाना पड़ा. इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जिसके जवाब में ईरान के सबसे बड़े धार्मिक नेता अयातुल्ला खामनेई ने कहा कि इज़राइल अगर फिर कोई हिमाकत करता है तो उसे इससे भी भयानक हमलों का सामना करना पड़ेगा।
ईरान के हमलों से लाखों इजरायलियों को बंकरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा और ईरान, लेबनान, इराक, जॉर्डन और इजरायल के हवाई क्षेत्र को कई घंटों के लिए बंद कर दिया गया. इन हमलों के बाद जरायल ने सुरक्षा कैबिनेट की आपातकालीन बैठक बुलाई।
वहीँ संयुक्त राज्य अमेरिका ने इज़राइल का साथ देते हुए हमलों को अस्वीकार्य घोषित किया है और कहा है कि वह इज़राइल के साथ खड़ा है। दूसरी तरफ इराक, लेबनान और गाजा में नागरिकों ने जश्न मनाया, बेरूत में नागरिकों ने आतिशबाजी की, इजराइल के कब्जे वाले येरुशलम में फिलिस्तीनी नागरिकों ने भी जश्न मनाया और वे अल-अक्सा मस्जिद में एकत्र हुए।
हमास, हिजबुल्लाह और हुतीयों ने ईरान के हमले को एक साहसिक कदम बताते हुए इसका स्वागत किया है, रूस ने ईरानी हमले के बाद कहा है कि मध्य पूर्व की स्थिति बिडेन प्रशासन की पूरी तरह से विफलता है.
वहीँ हिजबुल्लाह ने लेबनान से भी इजरायली शहरों पर रॉकेट दागे, हिजबुल्लाह का कहना है कि उन्होंने तेल अवीव में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर रॉकेट हमला किया है, इजरायली सेना ने रॉकेट हमले की पुष्टि की है, लेकिन उनका कहना है कि मिसाइल को नष्ट कर दिया गया हवा में हुतीज़ का कहना है कि उन्होंने लाल सागर और अरब सागर में तीन जहाजों पर मिसाइलों से हमला किया है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का कहना है कि ईरान ने 200 मिसाइलें दागीं, जबकि पेंटागन का कहना है कि ताजा हमला अप्रैल के हमलों से दोगुना शक्तिशाली था। जानकारी के अनुसार, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड का कहना है कि ईरानी सेना ने तेल अवीव के पास 3 इजरायली सैन्य ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है और गाजा सीमा के पास इजरायली सैन्य टैंकों का इस्तेमाल किया गया है, उनके अनुसार, ये हमले हमास नेता इस्माइल हनियेह, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह, लेबनान और गाजा के लोग और ईरानी कमांडर की शहादत के जवाब में हैं. ईरान के राष्ट्रपति मसूद अल-मबिशकियान का कहना है कि ईरान ने इस्राईली शासन की आक्रामकता का कड़ा जवाब दिया है।