Israel Hamas War: इस्राइल सेना ने गाजा के शरणार्थी शिविर में हमला किया है। जहां पर हमास के दो कमांडर मार गिराए गए हैं। हमास ने आरोप लगाए हैं कि जबालिया शरणार्थी शिविर पर किए हमले में 200 फलस्तीनियों की मौत हुई है। इस्राइली सेना का दावा है कि शिविर पर किए हमलों में दो हमास के कमांडर मारे गए हैं।
हमास और इस्राइल के बीच भीषण युद्ध जारी
हमास और इस्राइल के बीच भीषण युद्ध जारी है। लगातार एक-दूसरे पर रॉकेट दागे जा रहे हैं। इस्राइली सेना हमास के आतंकी ठिकानों को तबाह करने में लगा है। आसमान से लेकर जमीन तक सभी जगहों से हमास पर हमले किए जा रहे हैं। अभी तक 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। गाजा पट्टी पर लगातार हो रहे हमलों से परेशान होकर विदेशी लोग इस क्षेत्र को छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं।
हमास का कहना है कि इस्राइल द्वारा जबालिया शरणार्थी शिविर पर किए हमले में करीब 200 फलस्तीनियों की मौत हुई है। वहीं, इस्राइल का दावा है कि शिविर पर किए हमलों में दो हमास के कमांडर मारे गए हैं।
घरों के आसपास आतंकवादी मौजूद
इस्राइल ने लगातार दो दिन मंगलवार और बुधवार को जबालिया शरणार्थी शिविर पर हमला किया। उसका दावा है कि इन हमलों में हमास के दो कमांडर मारे गए हैं। साथ ही इस्राइली सेना ने यह भी कहा है कि इन शिविरों और लोगों के घरों के आसपास आतंकवादी मौजूद हैं। यह लोग जानबूझकर गाजा के नागरिकों को खतरे में डाल रहे हैं।
200 फलस्तीनी मारे जाने की खबर
वहीं, हमास ने गुरुवार को कहा कि जबालिया पर दो इस्राइली हमलों में कम से कम 200 फलस्तीनी मारे गए, जबकि 120 अभी मलबे के नीचे दबे हैं। वहीं, कम से कम 777 लोग घायल हुए हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि फलस्तीनियों ने बुधवार को मलबे में फंसे पीड़ितों की तलाश शुरू कर दी। यह एक नरसंहार है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अधिकारियों ने कहा कि शिविर पर हमला युद्ध अपराध हो सकता है।
500 लोगों ने छोड़ा गाजा पट्टी
रिपोर्ट के अनुसार, 500 लोगों की सूची में कम से कम 320 विदेशी नागरिकों के साथ दर्जनों गंभीर रूप से घायल गाजावासी, इस्राइल, मिस्र और हमास के बीच समझौते के तहत बुधवार को मिस्र में प्रवेश कर गए हैं। जिन लोगों ने गाजा पट्टी को छोड़ी वो ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, चेक गणराज्य, बुल्गारिया, इंडोनेशिया, फिनलैंड, जापान, इटली, यूनाइटेड किंगडम, जॉर्डन और संयुक्त राज्य अमेरिका के नागरिक हैं।
गाजा सीमा के अधिकारियों ने कहा कि सीमा क्रॉसिंग गुरुवार को एक बार खुलेगी जिससे विदेशी नागरिक वहां से बाहर निकल सकें। राजनयिक सूत्र का कहना है कि करीब 7,500 विदेशी पासपोर्ट धारक दो सप्ताह में गाजा छोड़ देंगे।