नई दिल्ली। पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एक और साजिश का खुलासा हुआ है। भारत के खिलाफ पाकिस्तान अब नई साजिश रच रहा है। खालिस्तान रेंफरेंडम के माध्यम से पाकिस्तान दुनियाभर के सिख अलगाववादियों को एकजुट करने की तैयारी कर रहा है। पाकिस्तान की ये साजिश पहले नाकाम हो चुकी है। लेकिन वह फिर भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा हैं।
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने देश की आंतरिक सुरक्षा से अधिक भारत के अंदरुनी मामलों में टांग अड़ाना पसंद करती रही है। वह भारत के विभिन्न हिस्सों में अलगाववाद व आतंकवाद को बढ़ावा देने में पिछले कई दशकों से जुटी है। खालिस्तान को लेकर वह पहले कई बार मुंह की खा चुकी है। इसके बाद भी पड़ोसी देश व उसकी एजेंसी भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रचती रहती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार आईएसआई ने लाहौर में खालिस्तानी आतंकियों के साथ गुप्त बैठकें कीं। इनमें भारत के पंजाब प्रांत में अशांति फैलाने की साजिशों का ताना बाना बुना है। इस साजिश में पाकिस्तान अब दुनिया भर में अपने दूतावासों की मदद ले रहा है। पाक दूतावासों से कहा है कि वे खालिस्तानी अलगाववादियों व आतंकियों को एकजुट करने की मुहिम में जुटें। उन्हें पैसा और हथियार मुहैया कराकर पंजाब में हिंसा फैलाने के लिए उकसाएं। इसके लिए आईएसआई ने ‘खालिस्तान घोषणापत्र’ नाम से साजिश तैयार की है।
कथित खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने खालिस्तान रेफरेंडम के एजेंडे को फैलाने के लिए फर्जी ट्विटर हैंडल बनाए हैं। 1450 ऐसे फर्जी अकाउंट मिले हैं। इनका मकसद खालिस्तानी एजेंडे व खालिस्तान हैशटैग को सोशल साइट में ट्रेंड कराना है।
बीते एक माह में खालिस्तान रेफरेंडम के समर्थन में 29032 ट्वीट किए हैं। इन्हें 7826 लोगों ने रिट्वीट किया। अक्तूबर में खालिस्तान के समर्थन में 334 नए ट्विटर अकाउंट बनाए गए। खालिस्तान का समर्थन करने वाले ट्विटर अकाउंट से पाकिस्तान सेना,हिजाब बैन, कश्मीर से जुड़े हैशटैग वाले ट्वीट सामने आए हैं। ये खाते अधिकतर पाकिस्तान से संचालित हो रहे हैं। अनेक खालिस्तानी ट्विटर अकाउंट को पाकिस्तान से ट्रेंड कराया गया है। इन्हें पाकिस्तान, जर्मनी,कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में बैठे खालिस्तान समर्थक समर्थन दे रहे हैं।
ISI conspiracy exposed: खालिस्तान समर्थकों को एकजुट करने की मुहिम में जुटा पाकिस्तान
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