तमाम सख्त कोविड नियमों के बावजूद कोरोना वायरस के जनक माने जाने वाले चीन में इस महामारी ने एकबार फिर भयानक रूप ले लिया है. बीजिंग और शंघाई जैसे शहरों में तो यह स्थिति हो गयी है कि शवों को रखने के लिए जगह भी कम पड़ने लगी है, कोल्ड स्टोरेज भर चुके हैं, अस्पतालों में फर्श पर मरीज़ पड़े हुए हैं, इन हालात में चीन की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है.
चार लाख केसों की पुष्टि
बीजिंग और शंघाई के अलावा वुहान, झेंगझोउ और चेंगदू से जो तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं वो बड़े भयावह लग रहे हैं. मंगलवार को चीन में कोरोना के 3101 केस सामने आए हैं वहीँ सोमवार को यह संख्या 2722 थी। मंगलवार तक चीन में कोरोना के लगभग चार लाख केसों की पुष्टि की जा चुकी है। चीन में बढ़ते कोरोना के नए मामलों को देखते हुए दूसरे देशों ने अलर्ट जारी कर दिया है. अमेरिका इसमें सबसे ज़्यादा चिंतित है क्योंकि पिछली कोरोना लहर में सबसे ज़्यादा मौतें अमेरिका में ही हुई थी.
अमरीका ने चीन पर लगाया आरोप
अमरीकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता के मुताबिक यह बड़ी चिंता की स्थिति है क्योंकि यह वायरस कभी भी भयानक रूप से सकता है। अमेरिका ने चीन पर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को छिपाने का आरोप लगाया है। वहीँ विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन महीनों में चीन की 60 फीसदी आबादी कोरोना की चपेट में आ जाएगी जिसके चलते लाखों की संख्या में लोगों की मौत की आशंका है. बता दें कि भारत में भी केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कोविड नियमों का कड़ाई से पालन किया जाय.