न्यूज़ीलैण्ड में टी20 सीरीज़ जीतने वाली टीम इंडिया की एकदिवसीय श्रंखला में शुरुआत ख़राब रही. भारतीय गेंदबाज़ 300+ के स्कोर का भी बचाव नहीं कर सके, कीवी टीम ने बड़े आराम से इस बड़े लक्ष्य को पूरा कर लिया कर वो भी 17 गेंद पहले हालाँकि उसके तीन विकेट 20वे ओवर में 88 रनों पर गिर चुके थे. कीवी कप्तान विलियम्सन और टॉम लैथम ने इसके बाद भारतीय गेंदबाज़ों को कोई भी मौका नहीं दिया। विलियम्सन हालाँकि शतक से चूक गए मगर लाथम ने 145 रन ठोंक दिए
अनुभवहीन भारतीय गेंदबाज़ी
भारतीय गेंदबाज़ों की अनुभवहीनता साफ़ नज़र आयी. एक अच्छी शुरुआत देने के बाद जब कीवी टीम की सबसे अनुभवी जोड़ी मैदान में आयी तो उनकी अनुभवहीनता और भी बढ़ती गयी। दोनों बल्लेबाज़ों ने मनचाहे ढंग से बल्लेबाज़ी की और ऑकलैंड के मैदान के डायमेंशन का पूरा फायदा उठाया। उन्हें मालूम था कि भारतीय आक्रमण ज़्यादा अनुभवी नहीं है, अर्शदीप, उमरान मलिक अभी नए हैं, उमरान ने हालाँकि दो विकेट निकालकर टीम को बढ़त दिलाई थी मगर बाकी गेंदबाज़ों ने उस स्थिति का फायदा नहीं उठाया। फिर वह चाहे अनुभवी चहल हों या शार्दुल ठाकुर जिन्हे दीपक चाहर पर वरीयता दी गयी. सिर्फ वाशिंगटन सूंदर ही अच्छी और किफायती गेंदबाज़ी कर पाए. कप्तान विलियम्सन 94 रनों पर नाबाद रहे, वहीँ टॉम लैथम 104 गेंदों में 145 रन बनाकर विजयी होकर वापस लौटे.
पंत फिर हुए नाकाम, सूर्या भी नहीं चमके
इससे पहले टीम इंडिया ने पारी की ठोस शुरुआत की. कप्तान शिखर धवन और शुभमण गिल के बीच 124 रनों की साझेदार हुई लेकिन इसी स्कोर पर दोनों खिलड़ियों के आउट होने से रनों की रफ़्तार पर ब्रेक लग गया, इस बीच ऋषभ पंत भी जल्दी आउट हो गए और सूर्यकुमार यादव भी सस्ते में चलते बने, टी 20 श्रंखला के बाद एकदिवसीय में भी पंत की नाकामी का सिलसिला जारी रहा. ताबड़तोड़ विकेट गिरने से श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन ने थोड़ा संभलकर खेलना शुरू किया लेकिन इस बीच रनों की रफ़्तार उस तरह न बढ़ सकी जैसी होनी चाहिए। यह तो वाशिंगटन सूंदर ने आखिर में 16 गेंदों में 37 रनों की तूफानी पारी खेली जिससे टीम इंडिया का आकर 306 तक पहुँच सका. संजू सैमसन ने 36 और श्रेयस अय्यर ने 80 रनों की पारी खेली। कीवी टीम के लिए लौकी फर्गुसन और टिम साउदी ने तीन तीन खिलाडियों को आउट किया. श्रंखला का दूसरा मैच हैमिलटन में 27 नवम्बर को खेला जायेगा.