महाकुम्भ 2025 में साध्वी हर्षा और IIT बाबा के रूप में मशहूर बाबा अभय ने काफी सुर्खियां बटोरीं, सुर्ख़ियों के साथ इन दोनों ने विवादों को भी जन्म दिया। मध्य प्रदेश की हर्षा रिछारिया ने जहाँ अपनी सुंदरता से मीडिया में सुर्खियां बटोरीं वहीँ उनकी वजह से संत समाज में टकराव पैदा हो गया, नौबत ये हो गयी कि हर्षा रिछारिया को कहना पड़ा कि वो महाकुम्भ से चली जाएँगी क्योंकि वो अपने गुरु का अपमान नहीं सह सकतीं। वहीँ अब खबर आयी है कि आईआईटी बाबा को उनके अखाड़े से निकाल दिया गया है , उनपर गुरु को धोखा देने का आरोप लगा है.
जानकारी के मुताबिक जूना अखाड़े से आईआईटी बाबा को इसलिए बाहर कर दिया गया है क्योंकि सुधार का मौका दिए जाने के बावजूद बाबा अभय ने अपने गुरु को धोखा दिया है. उन्हें अखाड़े ने एक शिविर से निकालकर दूसरे शिविर में भेजा, लेकिन वो अपने गुरु और जूना अखाड़े के संत सोमेश्वर पुरी का अपमान करते रहे। जूना अखाड़े के मुख्य संरक्षक हरि गिरि ने इसे अखाड़े की परंपरा का उल्लंघन माना और उन्हें अखाड़े से निकाल दिया। हालाँकि बाबा अभय की वजह से जूना अखाड़े लोकप्रियता रही थी, लेकिन गुरु का अपमान करने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
बाबा अभय नशे का सेवन कर सनातन के नाम पर उलटी सीधी बातें कर रहे थे और अपने माता-पिता के बारे में भी इसी तरह की बकवास थे जो अनुचित थीं। बाबा अभय ने भी अपने गुरु सोमेश्वर पुरी पर आरोप लगाया है कि उनकी लोकप्रियता से परेशान होकर उन्होंने उन्हें अखाड़े से निकलवा दिया है। वहीँ अखाड़े के अन्य संन्यासी कह रहे हैं कि अखाड़े के कई साधु-संन्यासी अभय को समझाते रहे कि उन्हें नकारात्मक बयानबाजी नहीं करनी चाहिए, ज्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए और गुरु के प्रति श्रद्धा रखनी चाहिए, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी।