कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वे बिजनेस विरोधी नहीं बल्कि “एकाधिकार विरोधी” हैं। राहुल गाँधी कहा कि मैं नौकरियों का समर्थक हूँ, व्यवसाय समर्थक हूँ, इनोवेशन का समर्थक हूँ, प्रतिस्पर्धा का समर्थक हूँ लेकिन मैं किसी भी क्षेत्र में मोनोपोली का विरोधी हूँ। कांग्रेस ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था तभी फलेगी-फूलेगी जब सभी व्यवसायों के लिए सभी के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष होगी।
लोकसभा के नेता विपक्ष ने कहा कि उन्होंने अपना करियर एक प्रबंधन सलाहकार के रूप में शुरू किया और इस तरह उन्होंने समझा कि एक व्यवसाय कैसे सफल हो सकता है। गांधी का वीडियो तब जारी किया गया जब भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ “निराधार आरोप” लगाने के लिए उनकी आलोचना की और उनसे निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले तथ्यों की जाँच करने को कहा।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने उनके रुख को गलत तरीके से पेश किया है। वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, ‘मैं प्रो-जॉब, प्रो-बिजनेस, प्रो-इनोवेशन, प्रो-कॉम्पिटिशन हूं। मैं एकाधिकार का विरोधी हूं। हमारी अर्थव्यवस्था तभी फलेगी-फूलेगी जब सभी व्यवसायों के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जगह होगी।’ राहुल ने वीडियो में कहा, ‘मैं एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि भाजपा में मेरे विरोधियों ने मुझे व्यापार विरोधी के तौर पर पेश किया है। मैं बिल्कुल भी व्यापार विरोधी नहीं हूं। मैं एकाधिकार विरोधी हूं। मैं अल्पाधिकार बनाने के खिलाफ हूं। मैं एक या दो या 3 या 5 लोगों के प्रभुत्व के खिलाफ हूं। मैंने अपना करियर एक मैनेजमेंट कंसल्टेंट के तौर पर शुरू किया था और मैं समझता हूं कि किसी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए किस तरह की चीजों की जरूरत होती है। इसलिए मैं बस दोहराना चाहता हूं, मैं व्यापार विरोधी नहीं हूं, मैं एकाधिकार विरोधी हूं।’