नई दिल्ली। दुनिया में पहली बार वैज्ञानिकों ने बिना शुक्राणु और अंडे के ऐसा कृत्रिम भ्रूण तैयार करने में कामयाबी पाई है। जिसमें न सिर्फ दिल धड़कने लगा बल्कि पूरा दिमाग विकसित हो गया है। यह भ्रूण चूहे की ऐसी ऊतक कोशिकाओं से तैयार किया है। जो हृदय, दिमाग सहित अन्य अंगों का निर्माण करती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार उन्हें इस मॉडल से जीवन के शुरुआती चरणों की गहन जानकारी हासिल मिलेगी। जो आज भी पूरी तरह से रहस्य बनी हुई है। इसी के साथ इसके नतीजों से इंसानों के लिए कृत्रिम अंग बनाने और उनकी मरम्मत की दिशा में काफी मदद मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, विशेषज्ञ वैज्ञानिक गर्भावस्था में कुछ भ्रूणों के खराब हो जाने और अन्य के शिशु निर्माण की ओर बढ़ पाने की वजह के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
वैज्ञानिकों का कहना है कि हमारे चूहों के कृत्रिम भ्रूण मॉडल में हृदय धड़क रहा है दिमाग सहित शरीर बनाने वाले अन्य अंग भी अब विकसित हुए हैं। इस सफलता तक पहुंचना अविश्वसनीय लग रहा है। वैज्ञानिक जगत के लिए यह एक सपने जैसा ही है।
प्रयोगशाला में तैयार की गई कुदरती प्रक्रिया की नकल के बारे में बताया गया कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने स्तनपायी जीवों के आरंभिक विकास के तीन प्रकार के ऊतकों के माध्यम से प्रयोगशाला में कुदरती प्रक्रिया की प्रतिकृति तैयार की। यह कोशिकाएं खुद संगठित होकर एक संरचना का निर्माण कर चरणबद्ध ढंग से धड़कते दिल, दिमाग सहित अन्य अंगों का निर्माण कर रही हैं। उतक आधारित कृत्रिम भ्रूण पहले भी तैयार किए जा चुके हैं। पर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पहली बार मस्तिष्क के अग्रिम भाग सहित उसके पूर्ण विकास में कामयाबी मिली है। शोधकर्ताओं का दावा है कि उन्हें ताजा नतीजे एक दशक से अधिक समय तक चले शोध के बाद मिले हैं।