नई दिल्ली। कोरोना महामारी से लड़ते हुए भारत ने अपनी क्षमताओं का अहसास दुनिया को करा दिया है। कोरोना संक्रणम बीमारी के दौरान भारत ने दुनिया के लिए कोरोना-19 टीकों का सबसे बड़ा निर्यातक रहा। व्हाइट हाउस ने वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के खिलाफ टीकों की आपूर्ति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। व्हाइट हाउस कोरोना वायरस रिस्पांस कोऑर्डिनेटर डॉ0 आशीष झा ने ने बताया कि अपनी अविश्वसनीय विनिर्माण क्षमता के कारण भारत टीकों का एक प्रमुख निर्यातक बन गया है। डॉ. आशीष झा ने कहा कि भारत, आस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका की क्वाड साझेदारी में रणनीतिक सुरक्षा संवाद में कोरोना संक्रमण जो बाइडेन प्रशासन का प्रमुख विषय था।
डॉ. आशीष ने कहा कि भारत दुनिया के लिए वैक्सीन का एक महत्वपूर्ण निर्माता बनकर सामने आया। खुद के लिए नहीं. दुनिया को भी वैक्सीन की आपूर्ति करने के बाइडेन प्रशासन के फैसले का बचाव कर आशीष ने कहा कि अमेरिका सभी निम्न और मध्यम आय वाले देशों को वैक्सीन उपलब्ध करना जारी रखेगा।
लगभग 100 देशों में अमेरिका के जरिए मुफ्त टीके प्राप्त करने के योग्य हैं। अमेरिका में आने वाले कोरोना के वैरियंट बाहर के देश से आए थे। यह गलत सोच है कि हमने दूसरे देशों के लिए दरवाजे बंद कर किए। महत्वपूर्ण यह है कि सभी देशों में टीकाकरण कराएं जाए। अमेरिका विश्व के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। झा ने कहा कि बाइडेन ने वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछले अमेरिकी राष्ट्रपतियों से हटकर काम किए। अमेरिका और दुनिया की सुरक्षा के लिए 4.02 बिलियन यूरो की मदद सिर्फ एक छोटा निवेश है।