Marburg Virus: घाना में मिला इबोला से खतरनाक वायरस मारबर्ग, दो मरीजों की मौत,98 क्वारंटीन

घाना। घाना में इबोला से खतरनाक वायरस मारबर्ग मिला है। इसकी पुष्टि डब्ल्यूएचओ ने की है। पहली बार मारबर्ग वायरस संक्रमण का मामला स्थानीय स्तर पर फैलने से चिकित्सा जगत में हड़कंप है। घाना में मारबर्ग वायरस का यह पहला मामला बताया जा रहा है। घाना स्वास्थ्य सेवा के अनुसार, मारबर्ग संक्रमित दोनों मरीज अलग-अलग समय पर दक्षिणी इलाके आशांति के अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। दोनों की ही इलाज के दौरान मौत हो गई है। दोनों मरीज पुरुष थे। एक मरीज 24 साल और एक मरीज की उम्र 51 साल के आसपास थी। उनके संपर्क में आए करीब 98 लोगों को अब क्वारंटीन किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक घाना दूसरा ऐसा अफ्रीकी देश है जहां मारबर्ग वायरस का मामला पाया गया है। इससे पहले पिछले साल सितंबर में गिनी में इस खतरनाक वायरस की पुष्टि हुई थी। अफ्रीका के कुछ और देशों में इस वायरस से जुड़े मामले दर्ज किए गए हैं। इन देशों में कॉन्गो,अंगोला,दक्षिण अफ्रीका, केन्या और युगांडा शामिल हैं। वायरस का पहला मामला 1967 में सामने आया। रिपोर्ट्स के अनुसार मारबर्ग वायरस पहले अफ्रीका में तबाही मचाने वाले इबोला वायरस से अधिक खतरनाक बताया जाता है। इससे बुखार के दौरान शरीर के अन्य हिस्सों से खून निकलता है। ये वायरस जानवरों से इंसानों में आया है। फिलहाल मारबर्ग के इलाज के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है