- सबसे बड़े संक्रमण ने मेरठ में बढा़ दी धड़कनें, 14 मरीज मिले थे रात होते ही 10 और कि रिपोर्ट आई पॉजिटिव
मेरठ। 14 नए कोरोना पाजिटिव सुबह मिले थे रात होते ही 10 और लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से मेरठ में हड़कंप मच गया है. कुल 49 पेशेंट 48 घंटे के अंदर मिले है.मेरठ के दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी एरिया में 14 लोग कोरोना पॉज़िटिव लोग मिले थे. 2 दिन का बच्चा भी कोरोना की जद में आ गया है. रविवार को 63 सैंपल लिए गए थे जिसमें से 10 पाजिटिव आए हैं.आनन-फानन में पूरे शहर को बंद करने का फैसला लिया गया. डीएम अनिल ढींगराने सोमवार से खुलने वाले कार्यालयों को अगले आदेश तक बंद करने का फैसला लिया है.सीएमओ राजकुमार ने बताया कि पूरे शहर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है.कुल 7 लोगों की मौत हो गई है और बाकी का इलाज चल रहा है. मेरठ में अब तक कुल 165 मरीज हो गए हैं.
सहारनपुर में 3 नए केस
लॉकडाउन का तीसरा चरण के शुरुआत में पहले दिन जहां मेरठ में कोरोना का कहर जारी है वहीं पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों में भी अभी खतरा टला नहीं है. सहारनपुर में जहां आज तीन नए कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं वहीं.बागपत और मुजफ्फरनगर में नया मरीज सामने नहीं आने से थोड़ी राहत मिली है. उधर, शामली में सवा महीने बाद प्रशासन ने लाॅकडाउन में थोड़ी ढील दी है. जिसके बाद शहर में धीरे धीरे रौनक वापस लौट रही है.
कोरोना संक्रमितों की चेन मिलने पर बढ़ी सख्ती
मेरठ में इतनी संख्या में मरीज मिलने के बाद प्रदेश सरकार की चार मई से विभिन्न छूट की घोषणा के बाद भी कोई छूट नहीं देने का निर्णय लिया गया और सोमवार को पुलिस ने और सख्ती बढ़ा दी.
हॉटस्पॉट इलाकों में टूटी सोशल डिस्टेंसिंग
मेरठ के बेगमपुल चौराहे से चंद मीटर की ही दूरी पर जलीकोठी हॉटस्पॉट हैं. यहीं से चंद मीटर की ही दूरी पर सदर चाणक्यपुरी हॉटस्पॉट हैं. यहां अब तक तकरीबन तीस हॉटस्पॉट बन चुके हैं. लेकिन लॉकडाउन 3.0 को लोग अभी भी मजाक समझ रहे हैं. कोरोना को लेकर जिले में बनाई गई नोडल ऑफिसर ईशा दुहुन का कहना है कि सभी से सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन रखने को कहा गया है. मंडी समिति के पदाधिकारियों से इस बारे में बातचीत की जाएगी.
शराब की दुकानों पर लटका ताला
प्रदेश के अन्य जिलों में शराब की दुकानें खुलीं. लेकिन मेरठ में शराब की दुकानों पर आज भी ताला लटका हुआ है. मेरठ के ज़िलाधिकारी ने फिलहाल शराब की दुकानें बंद ही रखने का फैसला लिया है. हालांकि शराब के चाहने वालों ने उम्मीद लगा रखी थी कि शायद मदिरा की दुकानें खुलें लेकिन उन्हें अभी मायूसी ही हाथ लगेगी. अंग्रेजी शराब और देसी शराब की दुकानें आज भी बंद हैं.